November 8, 2024

सीएमडी ने गेवरा खदान का लिया जायजा, रणनीति पर हुई चर्चा

कोरबा। नए वित्तीय वर्ष की नई चुनौती के साथ एसईसीएल ने टारगेट हासिल करने की कवायद शुरू कर दी है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में एसईसीएल को 200 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है। लक्ष्य में से 60 मिलियन टन कोयला का उत्पादन गेवरा खदान से किया जाना है। पिछले वित्तीय वर्ष की तरह अफसरों को गेवरा से इस बार भी काफी उम्मीदें हैं, जिसे लेकर वित्तीय वर्ष की शुरुआत में गेवरा खदान पहुंचकर सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने मानसून की तैयारियों का जायजा लिया है। उन्होंने नए वित्तीय वर्ष की चुनौतियों पर चर्चा की।
एसईसीएल सीएमडी डॉ. मिश्रा ने नई चुनौतियों को लेकर कमर कस लेने का संदेश अधिकारियों कर्मचारियों को दिया है। नए जोश और नई ऊर्जा के साथ कोयला उत्पादन और डिस्पैच में नए कीर्तिमान स्थापित करने स्वयं वे खदानों में उतर रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को वे देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन करने वाली खदान गेवरा माइंस पहुंचे। खदान पहुंचकर उन्होंने मानसून की तैयारियों का जायजा लिया, ताकि मेगा परियोजना से बारिश के दौरान भी कोयला उत्पादन सतत रूप से जारी रहे। हालांकि अभी मानसून आगमन में समय है, लेकिन अभी से ही इसकी तैयारियां शुरू करने अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। गेवरा के अधिकारियों से भी इस संबंध में सीएमडी ने चर्चा की। गत वित्तीय वर्ष में एसईसीएल की गेवरा परियोजना देश में 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पैच करने वाली देश की एकमात्र खदान रही। गेवरा का कुल उत्पादन 52.5 मिलियन टन रहा। इस बार 60 मिलियन टन के टारगेट को भी हासिल करने की चुनौती है। यही वजह है कि भारी-भरकम लक्ष्य को पाने अभी से ही बारिश की तैयारियां शुरू कर दी गई है। क्योंकि हमारे सपने बड़े हैं और सफर जारी है के संदेश के साथ सीएमडी लगातार श्रमवीरों की हौसला अफजाई कर रहे हैं।

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