बालको अस्पताल ने सर्पदंश पीड़ित बालक की बचायी जान
बालकोनगर। बालके अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक सिन्हा की अगुवाई में डॉ. जया और आईसीयू टीम ने सर्पदंश पीड़ित एक बच्चे की जान बचाई। कोरबा जिले के ग्राम बेलाकछार निवासी गंगा और शत्रुघ्न चौहान के 3 वर्षीय पुत्र सत्या चौहान को खेलने के दौरान विषधर सांप करैत ने दंश मार दिया था। हालत बिगड़ने पर मरीज को बेहोशी की नाजुक स्थिति में परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया।
परिजनों ने सत्या की जिंदगी की आस छोड़ दी थी, लेकिन इसी बीच बालको अस्पताल में तैनात डॉ. जया और उनकी टीम ने अपने प्रयासों और उचित उपचार से बच्चे की जान बचाई। बच्चे को अस्पताल में चेतनाहीनता की अवस्था में भर्ती कराया गया था। डॉ. जया ने बताया कि सांप काटने के स्थान पर दांतों के निशान काफी हल्के थे। सर्पदंश से पीड़ित बच्चे को कुल 15 वायल एंटी वेनम लगाया गया एवं करीब दो दिन के इलाज के बाद बच्चे को पूरी तरह ठीक कर उसे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।
बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक सिन्हा ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स हमेशा ही प्रयास करते हैं कि मरीजों को उचित उपचार मिले। गंभीर स्थिति में भी डॉक्टरों ने मरीज की जान बचाई जिससे मुझे काफी खुशी है। उन्होंने कहा कि सर्पदंश के मामले में किसी प्रकार की भ्रांति में न रहे और न ही झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ें। सर्पदंश का प्राथमिक उपचार शीघ्र करना चाहिए। अत: विषैले सांप के काटे जाने पर बिना घबराये तुरंत ही नजदीकी अस्पताल जाना चाहिए जहां एंटी वेनम उपलब्ध हो। सत्या की मां गंगा चौहान ने कहा कि सांप काटने के बाद मैं बालको अस्पताल में अपने बच्चे को लेकर आई। यहां के डॉक्टरों की वजह से मेरा बच्चा मौत के मुंह से वापस आ पाया है। मैं इतनी खुश हूं कि मेरे पास यहां के डॉक्टरों की तारीफ करने के लिए शब्द नहीं है। डॉक्टर भगवान के रूप होते हैं और सच में भगवान ने मेरे बच्चे को बचा लिया। मरीज के परिवारजनों ने बताया कि बालको अस्पताल की सुविधाएं उत्कृष्ट हैं।