लबेद में हाथियों ने रौंदी 10 किसानों की फसल
कोरबा। कटघोरा के साथ-साथ कोरबा वनमंडल में भी हाथी अब भारी उत्पात मचा रहे हैं। क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों ने लगभग 10 किसानों की फसल को रौंद दिया है, जिससे किसानों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ी है। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं। क्षेत्र में 23 हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है।
हाथियों ने कोरबा वनमंडल के ग्राम लबेद में उत्पात मचाते हुए रबी सीजन में लगाई गई धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया। इस इलाके में अलग-अलग स्थान पर 10 किसानों की खेतों में लगी धान की फसल को क्षति पहुंचाई है। रात्रि में हाथियों का झुंड यहां पहुंचा था। इससे पहले उनका जमावड़ा वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज के गीतकुंवारी में बना हुआ था। कुछ समय बिताने के बाद हाथी नई जगह पहुंच गए। हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज ग्रामीणों के कानों तक पहुंच गई थी। लोगों ने किसी तरह रतजगा रात गुजारी। सुबह होने पर किसानों ने खेतों का जायजा लिया। हाथियों के कारण ग्रीष्मकालीन धान की फसल का कबाड़ा हो गया था। किसानों को उम्मीद थी कि हालिया पैदावार से काफी कुछ लाभ मिल सकता है, लेकिन इसे हाथियों ने चौपट कर दिया। कोरबा के साथ-साथ कटघोरा वनमंडल में लंबे समय से हाथियों के झुंड अलग-अलग इलाके में न केवल सक्रिय हैं, बल्कि ग्रामीणों के लिए आफत बने हुए हैं। वन विभाग ने हर तरफ हाथी मित्र दल बना रखे हैं। उनकी भूमिका निर्धारित की गई है। इसके साथ ग्राम रक्षा समितियां भी काम कर रही हैं। वन विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में हाथियों को खदेड़ने के लिए सोलर अलार्म भी लगा रखा है। इसके बाद भी समस्या यथावत है। वन अमला हाथियों को नियंत्रित करने पूरा प्रयास कर रहा है, बाबजूद हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत के साथ आक्रोश व्याप्त है।