संपत्तिकर बढ़ाने कराये जा रहे सर्वे को तत्काल बंद करें : हितानंद
0 नगर निगम प्रशासन और महापौर को विपक्ष की तल्ख चेतावनी
कोरबा। संपत्ति कर के सर्वे को लेकर नगर निगम प्रशासन और महापौर के खिलाफ विपक्ष हमलावर मोड में आ गया है। नगर निगम के अपर आयुक्त खजांची कुम्हार को विपक्षी पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए तल्ख लहजे में चेतवानी दी है।
नेता प्रतिपक्ष अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम में टैक्स को बढ़ाने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। जहां एक ओर नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र में यह वादा था कि बीपीएल परिवारों का टैक्स माफ किया जाएगा, लेकिन अब टैक्स बढ़ाने के लिए सर्वे कराना अनुचित है। राज्य सरकार एक तरफ उद्योगों को राहत देने के लिए टैक्स में कटौती कर रही है, वहीं गरीबों का टैक्स बढ़ाने के लिए सर्वे अत्यंत ही निंदनीय है। इसके साथ ही अभी तुरंत में 2 साल का विकट समय कोविड-19 गुजरा है। सभी लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर बनी हुई है। ऐसे समय में टैक्स बढ़ाने के लिए सर्वे कराना लोगों का भयादोहन हैं। अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम कोरबा के द्वारा लगातार लोगों को परेशान करने का काम किया जा रहा है। अभी तीन माह से नियमितीकरण को लेकर लोगों के आवास हो, चाहे व्यवसाय, तालाबंदी की जा रही है। नियमितीकरण के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की वसूली की जा रही है। बार-बार नगर निगम के द्वारा आम जनता को परेशान करने की साजिश की जा रही है, जबकि हमारी मांग रही है कि नियमितीकरण का सरलीकरण हो और जनता अपनी सुविधा अनुसार कराये। साथ ही लगातार पत्राचार कर स्वच्छता शुल्क को संपत्ति कर से हटाने की मांग भी की गई है, किंतु आज दिनांक तक महापौर ने उक्त विषय पर ध्यान नहीं दिया है। महापौर को तत्काल जनता से माफी मांगनी चाहिए। टैक्स बढ़ाने का सर्वे बंद करें, नियमितीकरण को सरलीकरण करें अन्यथा जनता आक्रोशित होगी और हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्षद ऋतु चौरसिया, कमला बरेठ, विकास अग्रवाल, सुफल दास महंत, नारायण दास महंत, बुधवार साय यादव, कविता नारायण, गंगा भारद्वाज, नर्मदा लहरे, निखिल शर्मा, रविन्द्र सोन, पप्पू सिन्हा, माखन बरेठ, बद्री अग्रवाल, अमन अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।