November 8, 2024

प्रांतीय घोष वर्ग में वाद्य यंत्रों के वादन की विधा में पारंगत हुए शिक्षार्थी

0 आरएसएस का दस दिवसीय आयोजन
कोरबा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आयोजित दस दिवसीय प्रांतीय घोष वर्ग में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षार्थी अनेक वाद्य यंत्रों के वादन की विधा में पारंगत हुए। उन्होंने अपनी दक्षता का प्रदर्शन शिविर के अंतिम दिवस डॉ. राजेंद्र प्रसाद नगर फेस वन दशहरा मैदान में किया। इसने अपनी विशेष छाप लोगों पर छोड़ी। इससे पहले घंटाघर से पथ संचलन निकाला गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कोरबा जिला इकाई संयोजन में प्रांतीय 10 दिवसीय घोष वर्ग का आयोजन 28 अप्रैल से किया गया, जिसका समापन रविवार को कोरबा के पूर्व सीएमएचओ और गौमुखी सेवा धाम देवपहरी के संस्थापक सचिव डॉ. भारत भूषण बोडे के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोरबा जिले के पूर्व सीएमएचओ डॉ. बोडे ने अपने विचार रखते हुए लोगों को बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समझने के लिए निश्चित रूप से संघ की शाखाओं में आना होगा। दूसरे स्रोतों के माध्यम से आप सामान्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन वह अपर्याप्त है। मुख्य अतिथि बोडे ने कहा कि वर्ष 1925 में संघ की स्थापना डॉ. बलिराम केशव हेडगेवार ने की थी। उस समय सामान्य रूप से शाखाओं में व्यायाम और संवाद ही हुआ करते थे। कालांतर में इसका स्वरूप बदला और नई गतिविधियों को शामिल किया गया। समाज जीवन में संघ की व्याप्ति अब काफी गहराई से हुई है और विभिन्न क्षेत्रों में इसकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होने के साथ बड़ी संख्या में लोगों का सीधा जुड़ाव हो रहा है। कार्यक्रम के मंच पर सह प्रांत प्रचारक नारायण नामदेव, कोरबा विभाग संघचालक सतेंद्र दुबे और नगर संघचालक डॉ. विशाल उपाध्याय उपस्थित थे। अभ्यास वर्ग में मुख्य शिक्षक की भूमिका रविक पटेल ने निभाई। वर्ग कार्यवाह शाश्वत दुबे थे।

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