बंद सिम चालू कराना पड़ा महंगा, 1.15 लाख की ठगी
कोरबा। बीएसएनएल के बंद सिम को चालू करवाने का प्रयास बिजली कंपनी के रिटायर्ड एकाउंट ऑफिसर को भारी पड़ गया। गूगल सर्च कर लिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने पर खाते से 1 लाख 15 हजार रुपये पार हो गए। निर्धारित समय के भीतर ऑनलाइन ठगी की शिकायत पर खाता ब्लॉक कर दिया गया।
शहर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत पंडित रविशंकर शुक्ल नगर में बिजली कंपनी के रिटायर्ड एकाउंट ऑफिसर राजेश सोनी (63) निवासरत है। वे आयुर्वेद चिकित्सक भी है। लंबे समय से बीएसएनएल का उनका सिम बंद है। उसे चालू करवाने के लिए वे पहले शहर के बीएसएनएल दफ्तर पहुंचे, जहां किसी तरह की मदद नहीं मिली। उन्होंने वहां लिखे बीएसएनएल के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया तो भी कोई रिस्पांस नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने गूगल में बीएसएनएल की हेल्पलाइन नंबर सर्च की, तब जो नंबर मिला उसपर कॉल किया। उन्हें प्रोसेस बताते हुए मैसेज आने पर ओटीपी मांगा गया। दो बार ओटीपी लेने के बाद तीसरी बार फिर मैसेज आया। इस बार राजेश सोनी ने मैसेज को ध्यान से पढ़ा, जिसमें 25 हजार रुपये क्रेडिट का जिक्र था। उन्हें समझते देर नहीं लगी कि वे ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने ओटीपी नहीं दिया और अपने खाते के डिटेल को चेक किया तो उसमें दो बार में क्रमश: 90 हजार व 25 हजार रुपये ट्रांजेक्शन हो चुका था।