December 24, 2024

जब एसईसीएल का अमला बुलडोजर लेकर पहुंचा खम्हरिया की बस्ती उजाड़ने, राजस्व मंत्री पहुंचे ग्रामीणों के बीच, निरुत्तर हुए जीएम चलते बने

कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा के जमीनी अमले को लेकर एसईसीएल के जीएम बुलडोजर लेकर स्वयं खम्हरिया बस्ती पहुंच गए। ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद एसईसीएल का अमला खाली पड़ी जमीन पर बुलडोजर चला रहा था। इस बीच अचानक राजस्व मंत्री सदलबल मौके पर पहुंच गए तब एसईसीएल के अफसर बगले झांकने लगे।
दरअसल एसईसीएल 60 वर्ष पूर्व अधिग्रहित की गई भूमि को खाली करवाने की कवायद कर रही है। इस बीच एसईसीएल ने खम्हरिया के ग्रामीणों को नोटिस जारी कर स्थल खाली करने कहा था, लेकिन ग्रामीण कुछ शर्तों के साथ बस्ती खाली करने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर से गुहार लगाई गई थी। कलेक्टर ने एसईसीएल के महाप्रबंधक को 11 मई को पत्र लिखकर ग्रामीणों की समस्यों के निराकरण का आदेश दिया था, लेकिन एसईसीएल प्रबंधक कलेक्टर आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए ग्रामीणों के मकान खाली कराने आमादा है।
बुधवार को पुन: एसईसीएल के जीएम संजय कुमार मिश्रा बुलडोजर लेकर ग्राम खम्हरिया पहुंच गए। इसकी जानकारी राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को होने पर वे तत्काल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की तरफ से जीएम मिश्रा से कुछ सवाल करने लगे। जीएम मिश्रा जब निरुत्तर हुए तब वे अपने वाहन में बैठकर जाने लगे।

कलेक्टर ने एसईसीएल को पत्र लिखकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ग्राम खम्हरिया के भू-विस्थापितों एवं भू-स्वामियों जनप्रतिनिधि एवं एसईसीएल प्रबंधन की उपस्थिति में 24 अप्रैल 2023 हुई बैठक में हुई चर्चा के संबंध में इस कार्यालय को अवगत कराया गया है। बैठक में ग्राम खम्हरिया के मूल भू-स्वामियों के परिसमपत्तियों का मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जाए। पात्र भू-स्वामियों को विस्थापन लाभ (आर एंड आर) दिया जाए। खम्हरिया ग्राम की पुरानी बस्ती को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए जैसे मंगलभवन खेलमैदान, देवस्थल तलाब एवं निस्तारी के लिए अगल से जमीन छोड़ा जाए। बचे हुए मूलग्रामवासियों जिनके आश्रित 18 वर्ष से ऊपर हो चुके हैं उनके लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जाए। जिस स्थान पर पुरानी बस्ती है उसे नए स्थान पर ग्रामवासियों को पुनर्विस्थापित किया जाए एवं पुरानी जगह को जो देवस्थल पर बसा हुए है उसे विकसित किया जाए। बचे हुए स्थायी रोजगार प्रकरणों पर शीघ्र निराकरण कर नौकरी देने के पश्चात् आगे की कार्यवाही की जाए, कहा गया था। इस स्पष्ट आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए एसईसीएल प्रबंधन ने ग्राम खम्हरिया में बुलडोजर लेकर पहुंच गए जिससे वहां स्थिति तनावपूर्ण बन गई।
0 मंत्री की दो टूक
इस संबंध में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एसईसीएल के जीएम संजय कुमार मिश्रा से दो टूक कहा कि कलेक्टर के पत्र में उल्लेखित उन बिंदुओं पर पहले अमल करें उसके पश्चात ही ग्राम खम्हरिया में कार्रवाई के लिए आएं वरना मेरे विरोध का सामना करना पड़ेगा। इतना सुनते ही एसईसीएल के जीएम वहां से उठकर चले गए।
0 मंत्री के सवाल से क्यों घबराए जीएम
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जीएम से सवाल पूछते हुए कहा कि आपने कलेक्टर के आदेश पर क्या काम किया है। मिश्रा ने कहा हम करेंगे। इस पर मंत्री ने कहा कि एसईसीएल की जुबान पक्की नहीं है। आप लोग न समय से मुआवजा देते हैं और न ही नौकरी देते हैं। कोरबा क्षेत्र की जितनी खदान है और जहां भी बसाहट है, मुझे चल कर दिखाइए कि कहा आपने मूलभूत सुविधाएं दी हुई है। कोरबा में एसईसीएल के क्वाटर्स की हालात जर्जर है। सड़कों का पता ही नहीं है। पानी की सप्लाई अक्सर बाधित रहती है। इतना सुनते ही जीएम मिश्रा उठकर चलते बने।

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