असामाजिक तत्व कर रहे पाइप लाइन क्षतिग्रस्त, एचटीपीपी कॉलोनी में बार-बार बाधित हो रही पेयजल आपूर्ति
कोरबा। भीषण गर्मी में पेयजल संकट अब तक ग्रामीण अंचलों और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में ही देखने को मिलता था, लेकिन विद्युत कंपनी के आवासीय परिसर में भी पेयजल संकट पैदा हो जाए यह बात कुछ हजम नहीं होती। दरअसल एचटीपीपी दर्री कॉलोनी में पेयजल की आपूर्ति पाइप लाइन के माध्यम से की जाती है, लेकिन बीते दो माह में कई बार पेयजल की आपूर्ति बाधित हो चुकी है। कारण पाइप लाइन को बार-बार अज्ञात लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त कर देना है, जिससे पेयजल की आपूर्ति बाधित हो जाती है।
विद्युत संयंत्र से दो बड़ी पाइप लाइन के माध्यम से फिल्टर किए हुए पेयजल को कैलाश विहार स्थित वॉटर हेड टैंक में स्टोर कर आवासीय परिसर में समयानुसार आपूर्ति की जाती है। कुछ दिनों से पाइप लाइन को असामाजिक तत्व क्षतिग्रस्त कर दे रहे हैं, जिससे पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो जाती है। ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि 2 माह में 13 से 14 बार हो चुका है। कास्ट आयरन से बने पाइप लाइन को पत्थर के माध्यम से तोड़ा दिया जाता है, जिससे हजारों लीटर पीने का पानी व्यर्थ में बह जाता है। पर्याप्त सुरक्षा बल होने के बावजूद आवासीय परिसर में न तो जिम्मेदारी पूर्वक पेट्रोलिंग की जाती है और न ही प्रबंधन को नुकसान पंहुचने वाले आसामजिक तत्वों पर कोई ठोस कार्रवाई की जाती है, जिससे उनके हौसले बुलंद चुके हैं। पेयजल आपूर्ति व मरम्मत की जिम्मेदारी सिविल सुधार संभाग की रहती है। ऐसे में पिछले दो माह में लगभग एक दर्जन बार पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुआ है जिसके सुधार के लिए एचटीपीपी प्रबंधन का बकायदा लाखों रुपये लग चुके हैं।