श्रीमद् भागवत में है ज्ञान वैराग्य व भक्ति : पंडित सचिन
0 बरपाली में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह
-सुखदेव कैवर्त
कोरबा (बरपाली)। श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान वैराग्य एवं भक्ति है। ईश्वर कहते हैं मुझे मेरे पर ही अधिकार नहीं है, मुझ पर अधिकार भक्तों का है। भक्त को जिस तरह से कार्य करना चाहिए है, मुझे करना पड़ता है। धर्म की रक्षा करने के लिए मुझे भक्तों के आग्रह से अवतरित होना पड़ता है। चाहे मुझे कष्ट ही सहन करना पड़े पर मेरे भक्तों को कष्ट देने वालो को नहीं छोड़ता। राजा परिक्षित को सुकदेव महराज ने श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथा सुनाते हुए कहा कि कलि प्रवेश करता है तो अनेकों कलह पैदा करते हैं, लेकिन श्रीहरि के भक्तों को छू नहीं सकताञ धर्म की ओर हमेशा ईश्वर रहते हैं अधर्म को नाश करते हैं।
उक्त उद्गार भगवताचार्य पंडित सचिन तिवारी ने ग्राम बरपाली में केंवट परिवार की ओर से पितृ मोक्षांगत एवं पितृ कल्याण हेतु श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चौथे दिवस पर व्यक्त किए। उन्होंने ने कहा कि भागीरथी ने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए तपस्या कर ब्रह्म लोक से गंगा को पृथ्वी पर लेकर आए। गंगा को शिवजी ने सिर में धारण कर हिमाचल पर्वत से गंगा सागर की ओर ले गए जहां वह समुद्र में मिल जाती है। इसी भागीरथीं से सूर्य वंशीय कहलाना शुरू हुआ। रावण कभी कभी अयोध्या को नहीं जीत पाया, क्योंकि भगवान की हृदय स्थल कहा जाता है। बुधवार को पंडित सचिन ने श्रीकृष्ण अवतार, श्रीराम जन्म अवतार की कथा सुनाई साथ ही सुंदर झांकी निकाली गई। कथा सुनने बड़ी संख्या में श्रोता शामिल हो रहे हैं।