शिक्षकों को प्रदान नहीं किया जा रहा अर्जित अवकाश, डीईओ को सौंपा ज्ञापन
कोरबा। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ जिला इकाई कोरबा के पदाधिकारियों ने जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज को शिक्षा विभाग में कार्यरत समस्त शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में कार्य करने पर प्राप्त होने वाले अनुपातिक अर्जित अवकाश के संबंध में ज्ञापन प्रस्तुत किया है।
ज्ञात हो कि शिक्षकों को एक सत्र में 45 दिवस का ग्रीष्मावकाश प्राप्त होता है, जिससे उन्हें मात्र 10 अर्जित अवकाश प्राप्त होता है जबकि अन्य विभाग के कर्मचारियों को 30 अर्जित अवकाश प्राप्त होते हैं। ग्रीष्म अवकाश में 3 दिवस कार्य करने पर 1 दिवस का अर्जित अवकाश प्राप्त होता है। हर वर्ष किसी न किसी विभागीय आदेश के परिपालन में शिक्षकों को भीषण गर्मी में कार्य करना पड़ता है, जिससे वे अवकाश का उपयोग नहीं कर पाते हैं। कार्य के उपरांत प्राप्त होने वाली सुविधा से भी वंचित हो जाते हैं। शिक्षकों ने कोविड-19 में दो वर्ष तक ग्रीष्मावकाश में कार्य किया, लेकिन उनके खाते में अर्जित अवकाश संधारित नहीं किया। इसी प्रकार बीएलओ कार्य, अभिहित अधिकारी, सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, स्वामी आत्मानन्द विद्यालय में प्रवेश कार्य जैसे अनेक कार्य किये जाते हैं, लेकिन अर्जित अवकाश प्रदाय नहीं किया जा रहा। इस गंभीर मामले पर संज्ञान लेते हुए संयुक्त शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी से कुछ दिन पूर्व चर्चा भी की थी, जिस पर डीईओ ने आश्वासन भी दिया था। इसी कड़ी में 12 जुलाई को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नित्यानंद यादव, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश बघेल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष बल्लभ दास वैष्णव, महासचिव भगत रथनायका, हरिश्चंद्र अन्नू, संयोजक सादिक अंसारी, उपाध्यक्ष अशोक कश्यप, बलराज कश्यप उपस्थित रहे। यह जानकारी संघ के जिला अध्यक्ष नित्यानंद यादव ने दी है।