मद्यपान, मोटापा, उच्च रक्तचाप व मधुमेह हेपेटाइटिस का प्रमुख कारण : डॉ. नागेंद्र शर्मा
0 वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे पर नि:शुल्क आयुर्वेद एवं योग चिकित्सा परामर्श शिविर में 45 मरीज लाभान्वित
कोरबा। 28 जुलाई वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे (विश्व यकृत शोथ दिवस) पर लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के तत्वावधान में नि:शुल्क आयुर्वेद एवं योग चिकित्सा परामर्श शिविर का शुभारंभ लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के सचिव डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, अध्यक्ष शिव जायसवाल एवं शिविरार्थियों ने आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धनवंतरी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर पूजन अर्चन कर किया। शिविर में सेवायें दे रहे आयुर्वेद एवं योग चिकित्सा विशेषज्ञ पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित छत्तीसगढ़ प्रांत के ख्यातिलब्ध चिकित्सक वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने शिविरार्थियों का उपचार करने के साथ साथ उनके लिए उपयोगी लाभकारी दिनचर्या, ऋतुचर्या, पथ्य, अपथ्य एवं आहार विहार के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ. शर्मा ने शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हेपेटाइटिस यानि यकृत शोथ लिवर को संक्रमित करने वाला रोग है, जो लिवर में सूजन तथा जलन पैदा करता है। इसे हेपेटाइटिस यकृत शोथ कहते हैं। वैसे इस रोग का कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं है पर मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं शराब का सेवन इसके प्रमुख कारण है। त्वचा और आंखों का पीलापन (पीलिया), गहरे रंग का मूत्र होना, अत्यधिक थकावट महसूस होना, जी मिचलाना, उल्टी होना, पेट में दर्द व सूजन का होना इस तरह के लक्षणों का लंबे समय तक बने रहना हेपेटाइटिस यानि यकृत शोथ का कारण बन सकता है। इन लक्षणों की उपस्थिति में समय रहते चिकित्सक से संपर्क कर जांच कराना चाहिये। डॉ. शर्मा ने शिविर में कुल 45 मरीजों को परामर्श एवं उपचार देने के साथ ही सभी को अपने आहार विहार पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। लिवर को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने हेतु हर प्रकार के नशे से दूर रहने कहा। शिविर में लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के सचिव डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, अध्यक्ष शिव जायसवाल, कोषाध्यक्ष गजेंद्र राठोड, क्लब एडमिनिस्ट्रेटर शांता मंडावे, संरक्षक सुधीर सक्सेना, पीआरओ अश्विनी बुनकर, टेमर नेत्रनंदन साहू, टेल ट्विस्टर कमल धारिया, उपाध्यक्ष संतु साहू तथा मनोज मिश्रा, क्लब डायरेक्टर देवेश मिश्रा, मेंबरशिप चेयरपर्सन प्रत्युष सक्सेना, भगवती अग्रवाल, चक्रपाणि पांडे, राकेश इस्पात, सिद्धराम शाहनी, नीती साहू एवं श्री शिव औषधालय की संचालिका प्रतिभा शर्मा ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महवपूर्ण योगदान दिया।