November 7, 2024

अमृत सरोवर मिशन में करोड़ों के बंदरबांट का आरोप

0 भाजयुमो नेता बद्री अग्रवाल ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
कोरबा।
जिले में भ्रष्टाचार का बांध देखना है तो कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। यह नजारा आप ग्राम सोलवां में देख सकते हैं, जहां अफसर और ठेकेदार ने 65 लाख की लागत से जलाशय का निर्माण कराया था। यह जलाशय निर्माण कार्य पूर्ण होने के महज डेढ़ माह बाद 48 घंटे हुई बारिश से धराशाई हो गया। पानी के तेज बहाव में निकासी के लिए बनाया गया नहर पूरी तरह टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया, वही बंड से जगह-जगह मिट्टी बह गई है जिसे बचाने तिरपाल का सहारा लिया जा रहा है।
यह आरोप भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बद्री अग्रवाल ने लगाया है। उनका कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल स्रोतों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए अमृत सरोवर योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जलाशय निर्माण सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। कोरबा वनमंडल के वनपरिक्षेत्र पसरखेत अंतर्गत ग्राम सोलवां में भी अमृत सरोवर योजना के नरवा विकास योजना अंतर्गत कैंपा मद से 65 लाख की स्वीकृति जलाशय निर्माण हेतु प्रदान की गई थी। वर्ष 2021-22 मई में स्वीकृत निर्माण कार्य को फरवरी 2023 में एक ठेकेदार के माध्यम से शुरू कराया गया। ठेकेदार ने यह काम मई 2023 में पूर्ण कर लिया। इस निर्माण कार्य में जमकर बंदरबांट किया गया, जिसकी पोल उस वक्त खुल गई जब लंबे इंतजार के बाद जिले में बारिश होने लगी। 48 घंटे तक रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नदी नाले पूरी तरह से उफान पर आ गए। इसमें ग्राम सोलवां का फूल सरिया नाले में बनाया गया जलाशय भी शामिल था। इस जलाशय में जलभराव को पानी निकासी के लिए बनाया गया नहर नहीं सह सका और पानी के तेज बहाव में नहर का पूरा स्ट्रक्चर ही बह गया। इधर जलाशय में काफी ऊंचाई तक मिट्टी डालकर बंड तैयार किया गया था, जिसमें जगह-जगह दरारें आ गई। कई स्थानों पर बंड पूरी तरह मिट्टी धंसान के कारण कमजोर हो गया। मामले में उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

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