कटघोरा विधानसभा : कांग्रेस टिकट के तीन मजबूत दावेदार पुरुषोत्तम कंवर, हरीश परसाई और रीना जायसवाल?
कोरबा। कोरबा जिले की कटघोरा विधानसभा सामान्य सीट है। यहां 70 प्रतिशत सामान्य और पिछड़ा वर्ग तथा 30 प्रतिशत आदिवासी वोटर हैं। यही आदिवासी वोटर ही हार जीत की अहम भूमिका में रहते हैं। विधानसभा में कुल मतदाता 205961 हैं। यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या महिला मतदाताओं से ज्यादा है। महिला मतदाता 101146 तो पुरुष मतदाता 104805 हैं। 10 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
वर्तमान में कांग्रेस के विधायक पुरुषोत्तम कंवर हैं जिन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। आदिवासी समुदाय से होने के कारण कंवर पूरी तरह से आशावान हैं कि कांग्रेस दोबारा टिकट उन्हें ही देगी। दूसरी तरफ इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कटघोरा सामान्य सीट होने के कारण यहां से किसी गैर आदिवासी को टिकट दी जा सकती है और कांग्रेस विधायक पुरुषोत्तम कंवर को आरक्षित सीट पाली-तानाखार से चुनावी रण उतार सकती है, लेकिन जो खबरें छन कर आ रही है उसके अनुसार प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व विधायक बोधराम कंवर व उनके पुत्र विधायक पुरुषोत्तम कंवर के प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि वे अपनी कर्मभूमि से ही चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। यदि किसी प्रकार की कोई मजबूरी नहीं हुई तो पुरुषोत्तम कंवर को कटघोरा से कांगे्रस दोबारा टिकट दे दे तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
हालांकि कटघोरा से कांग्रेस की टिकट चाहने वाले करीब 27 कांग्रेसियों ने अपना आवेदन जमा किया था। जिला स्तर पर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने बीते 27 अगस्त को पंचवटी कोरबा में आयोजित एक बैठक में तमाम आवेदनों पर विचार विमर्श करने के बाद छह नाम की सूची पर मोहर लगा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दी। सूत्रों के अनुसार सूची में प्राथमिकता के तौर पर पहला नाम विधायक पुरुषोत्तम कंवर के बाद पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरीश परसाई, जिला पंचायत कोरबा उपाध्यक्ष रीना अजय जायसवाल, प्रशांत मिश्रा पाली, नरेश देवांगन छुरी और मदन राठौर पूर्व जिला पंचायत सदस्य का नाम शामिल किया गया है। इन नामों में सबसे मजबूत तीन दावेदार पुरुषोत्तम कंवर, हरीश परसाई और रीना जायसवाल को माना जा रहा है।
महिला दावेदार के रूप में रीना जायसवाल इकलौती हैं जो पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं और वर्तमान में जिला पंचायत कोरबा में उपाध्यक्ष हैं। इनके पति कांग्रेस नेता अजय जायसवाल जो स्वयं जिला पंचायत में उपाध्यक्ष रह चुके हैं और इनकी कटघोरा विधानसभा क्षेत्र अच्छी पकड़ है। इनका सतत संपक्र क्षेत्र के लोगों से बना हुआ है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के करीबी और सांसद ज्योत्सना महंत के सांसद प्रतिनिधि हरीश परसाई भी कटघोरा विधानसभा के एक मजबूत टिकट के दावेदार हैं। करीब साढ़े नौ साल तक जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण कोरबा के जिलाध्यक्ष रहे हरीश परसाई को उनकी संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए भूपेश सरकार ने छतीसगढ़ खाद्य आयोग का प्रदेश सदस्य बनाया तो छतीसगढ़ कांग्रेस कमेटी में उन्हें प्रदेश संयुक्त सचिव की अहम जिम्मेदारी दी गई है। परसाई कटघोरा विधानसभा में इसलिए जाना पहचाना चेहरा है क्योंकि लंबे समय से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहते हुए परसाई ने कटघोरा सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस को गति और मजबूती प्रदान की और यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सतत प्रयत्नशील रहे और सांसद प्रतिनिधि के तौर पर परसाई ने सांसद ज्योत्सना महंत के मार्फत क्षेत्र में शासन की कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करवाया और क्षेत्र के लोगों से सतत संपर्क उनका बना हुआ है।
रही बात विधायक पुरुषोत्तम कंवर की तो उनकी नेतृत्व क्षमता और व्यवहार कुशलता ने उन्हें क्षेत्र में लोकप्रिय बना दिया है। बिना किसी भेदभाव के कंवर हर लोगों की समस्या का समाधान कराने सदैव तत्पर रहे। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में करवाया, ताकि इसका लाभ क्षेत्रवासियों को मिल सके। आज युवाओं की बहुत बड़ी फौज उनके साथ है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विधायकों में पुरुषोत्तम कंवर का नाम भी आता है। पुरुषोत्तम कंवर के लिए सबसे प्लस पाइंट यह है कि क्षेत्र के करीब 55,000 आदिवासी वोटर हैं जिसमें 35,000 कंवर समाज, 15,000 गोंड़ तथा 5000 बिंझवार वोटर शामिल हैं।