सिंचाई के लिए छोड़ रहे पानी से बन रही 120 मेगावाट बिजली
0 बांगो हाइडल प्लांट की तीनों ईकाई से हो रहा उत्पादन
कोरबा। बांगो बांध में सिंचाई के लिए भरपूर पानी है, लेकिन इस बार सावन में भी पूर्ण जल भराव की स्थिति नहीं बनी। यहां तक भादो में भी जल स्तर में गिरावट का क्रम बना हुआ है। ऐसे में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बांगो हाइडल से अतिरिक्त बिजली बन रही है।
बारिश थमने से जहां बांगो बांध का जल स्तर तेजी से कम हो रहा है, तो दूसरी ओर उमस भरी गर्मी के कारण बिजली की डिमांड में भी इजाफा हुआ है। रविवार की शाम बिजली की डिमांड 4600 मेगावाट तक रही। उत्पादन कंपनी के संयंत्रों से 2150 जबकि सेंट्रल सेक्टर से लगभग 2300 मेगावाट बिजली ड्राल की जा रही थी। राहत भरी बात है कि उत्पादन कंपनी के संयंत्रों की सभी इकाइयां उत्पादन में हैं। बांगो हाइडल प्लांट में 40-40 मेगावाट की 3 इकाई है। सिंचाई के लिए 63 घंटे हाइडल प्लांट में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे हाइडल प्लांट की तीनों इकाई से बिजली उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में बिजली की डिमांड अधिक है। ऐसे में हाइडल से अतिरिक्त बिजली मिलने से राहत मिल रही है। दो सावन के बाद भी इस बार बारिश खेतों की प्यास नहीं बुझा पाई है। बांगो बांध से सिंचाई के लिए लगातार पानी छोड़ने का सिलसिला बना हुआ है। बारिश पर लगे ब्रेक से पिछले एक सप्ताह में ही बांगो बांध का जल स्तर 4 फीसदी कम हो गया है। वर्तमान में बांध से सिंचाई जरूरतों को पूरा करने 7950 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके लिए हाइडल प्लांट को 63 घंटे चलाया जा रहा है। सावन के बाद भादो भी सूखा-सूखा बीत रहा है। घटा छा रही है, लेकिन बादल बरस नहीं रहे हैं। ऐसे में खेतों में लगी फसल सूखने का खतरा मंडराने लगा है। जिले के कई स्थानों में बारिश नहीं होने से खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं। जिन स्थानों में सिंचाई के लिए नहर की व्यवस्था है उनके लिए बांगो बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। बांगो बांध के सिंचित एरिया में कोरबा का रकबा कम जबकि पड़ोसी जिले के किसान अधिक लाभान्वित होते हैं। बारिश थम जाने से जहां बांगो बांध में कैचमेंट एरिया से पानी नहीं आ रहा है। सिंचाई के लिए लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसे में बांध का जल स्तर तेजी से कम हो रहा है। बांगो बांध की कुल जल भराव क्षमता 359.66 मीटर है। वर्तमान में 356.10 मीटर पानी भरा हुआ है। बांध में 79.8 फीसदी पानी भरा हुआ है। एक सप्ताह पहले बांध का लेवल 83.8 फीसदी था। हालांकि वर्तमान में सिंचाई की जरूरत को देखते हुए 7950 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बारिश आगे भी नहीं हुई तो खेतों को और अधिक पानी की जरूरत होगी। ऐसे में बांध से पानी छोड़ने की रफ्तार बढ़ानी पड़ सकती है। हालांकि अधिकारी बता रहे हैं कि अभी फिलहाल रफ्तार बढ़ाने की मांग नहीं आई है।