एसईसीएल के खिलाफ बीएमएस ने बनाई आंदोलन की रूपरेखा
0 14 दिन का अल्टीमेटम देते हुए हड़ताल की चेतावनी
कोरबा। औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 22 के तहत कुसमुंडा क्षेत्र के कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन (बीएमएस) ने आंदोलन का मन बना लिया है। महाप्रबंधक के नाम सौंपे गए ज्ञापन में 14 दिन का अल्टीमेटम देते हुए हड़ताल की चेतावनी दी गई है।
भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन का कहना है कि एरिया में कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए पिछले कई बैठकों में चर्चा कर उचित कार्रवाई की मांग की गई है। मौखिक तौर पर भी प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया गया है। इसके बाद भी समस्याओं के निराकरण को लेकर पहल नहीं की गई। इसे लेकर अब उक्त मांगों के पूर्ण नहीं होने पर 14 दिन के बाद कभी भी खदान व कार्यालय गेट पर गेट मीटिंग की जाएगी। कार्यालय के समक्ष बिना हाजिरी लगाए नारेबाजी, क्रमिक अनशन, कोल परिवहन बाधित किया जाएगा। इस संबंध में संघ महामंत्री अशोक कुमार सूर्यवंशी का कहना है कि प्रबंधन कर्मचारियों की समस्याओं को दरकिनार कर रहा है, जिससे समस्या के बीच कर्मचारियों को काम करने मजबूर होना पड़ रहा है।
0 यह है प्रमुख मांगे
- विकास नगर व आदर्श नगर से ड्यूटी जाने सुरक्षित मार्ग का निर्माण किया जाए।
- समस्त केटेगरी व अन्य पदों के कर्मियों को संडे ड्Þयूटी दिया जाए।
- स्थानांतरित होकर आए कर्मचारियों को आवास सुविधा दी जाए।
- कर्मियों के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय व डीएवी पब्लिक स्कूल में दाखिला दिया जाए।
- कर्मियों के आवागमन को देखते हुए सर्वमंगला पुल को सुधार कर प्रकाश व्यवस्था की जाए।
- मेडिकल बिल व टीए का भुगतान बिल जमा करने के 15 दिवस के भीतर किया जाए।
- ठेका कर्मियों को एचपीसी दर पर वेतन व अन्य सुविधाएं दी जाए।
- ठेका कर्मियों को प्रतिमाह वेतन पर्ची व काटी जा रही पीएफ की जानकारी दी जाए।
- ठेका कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाए।
- एरिया में हो रही डीजल व कोयला चोरी पर रोक लगाई जाए।