संयुक्त श्रमिक संगठनों की 11 सूत्रीय मांगों पर प्रबंधन ने दी सहमति
0 कुसमुंडा क्षेत्रीय सलाहकार समिति की हुई बैठक
कोरबा। कुसमुंडा महाप्रबंधक सभागृह में क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक लगभग दो घंटे चलने के उपरांत खत्म हुई। एसईसीएल सब्सिडरी के पांच मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठनों ने संयुक्त श्रमिक संगठन के बैनर तले मांग पत्र प्रेषित किया था और अपनी 11 सूत्रीय मांगों को प्रबंधन के समक्ष रखा था।
मांगों को लेकर क्षेत्रीय महाप्रबंधक कुसमुंडा संजय मिश्रा की अध्यक्षता में बैठक हुई। संयुक्त मोर्चा की मांगों में मुख्य तौर पर कुसमुंडा औषधालय, बांकी हॉस्पिटल व कोरबा विभागीय हॉस्पिटल में समुचित दवाइयों की उपलब्धता, कॉलोनी से कर्मचारियों को अपने अपने कार्यस्थल तक आवागमन के लिए सुगम प्रदूषण मुक्त मार्ग, फिल्टर प्लांट में पेयजल एकत्र करने अतिरिक्त रिजॉर्वर की व्यवस्था, भुट्टा चौक से लेकर इमलीछापर तक ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने हेतु उचित कदम उठाने और विकास नगर कॉलोनी के अंदर से भारी व हल्के वाहनों की आवाजाही पर तत्काल अंकुश लगाने की मांग शामिल थी। विकास नगर स्थित एमडी आवासों की जर्जर हालत में सुधार करने और अन्य क्षेत्रों से स्थानांतरित होकर आए लोग साथ ही नव पदस्थ कर्मचारियों के लिए नए आवासों का निर्माण कब तक किया जाएगा उसकी जानकारी उपलब्ध कराने, संडे ड्यूटी और पीएच ड्यूटी (राष्ट्रीय अवकाश) को पूर्व की भांति चालू करने, डीजल, कोयला व कबाड़ चोरी पर तत्काल अंकुश लगाने, सैप सिस्टम में ईएल, सीएल, एसएल, पेमेंट स्लिप में पिता का नाम अंकित होना, कॉपरेटिव लोन की शेष राशि को दर्शाना, कॉलोनी के आवासों के रखरखाव मेंटेनेंस के लिए किए गए एएमसी में व्याप्त अनियमताओं को देखते हुए पुराना ठेका को निरस्त करते हुए इस प्रकार का ठेका न करना और अंतिम मांग डिस्पेंसरी में डॉक्टर नर्स की कमी को देखते हुए नए पदस्थापना का व्यवस्था करने की बात कही गई है। इन सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी मांगों को मान लिया है और जल्द क्रियान्वित करने का आश्वासन दिया है। पांचों संगठन की प्रमुख मांग संडे ड्यूटी पर फैसला यह लिया गया कि कैटेगरी वन के अल्टरनेट संडे को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया जाए और शेष कर्मचारियों को आने वाले 2 अक्टूबर से सभी का लागू कर दिया जाएगा। ओटी और संडे बजट के अवलोकन के उपरांत ही पूर्ण रूप से संडे ड्यूटी लागू करने की बात कही है। पीएच भी इसी प्रकार शुरू किया जाएगा।