शून्य निवेश पर आधारित कबाड़ से जुगाड़ कार्यशाला का भव्य आयोजन
0 विजेताओं को मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र से किया गया पुरस्कृत
कोरबा (पाली)। बच्चे शिक्षक की सहायता से ऐसी वस्तु का निर्माण करें, जिसमें खर्च शून्य हो पढ़ाई से संबंधित हो, जोड़-घटाव जैसी संक्रियाओं से ताल्लुक रखता हो या सह-संज्ञानात्मक क्षेत्र से संबद्ध हो। संभव हो तो आकर्षक हो प्रेरणा प्रद हो तो अनायास ही ध्यान उस अप्रतिम की ओर खिंचा चला जाता है।
शिक्षा अधिकारी पाली श्यामानंद साहू के मार्गदर्शन में शासन की मंशा को अक्षरश: अनुपालन कराते खंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ कार्यशाला का आयोजन माध्यमिक शाला सैला सभागृह में किया गया। कुल 54 संकुलों से 1-1 स्कूलों के प्रधान पाठकों-जन शिक्षकों ने अपने बच्चों को सहयोग कर विभिन्न शैक्षिक वस्तुओं का निर्माण बिना खर्च के करवाया। कबाड़ से जुगाड़ शैक्षिक सामग्री को बनाने में माचिस की जली हुई तीली, झाड़ू के सिंक, पुराने रद्दी पेपर, प्लास्टिक के टुकड़े फटे पुराने कपड़े, धान का भूसा, रजाई से निकले कपास, मूंगफली के छिलके, पेंसिल के छिले भाग, पौधों की पत्तियां, पैरा,मिट्टी, कंकड़-पत्थर आदि से निर्मित शून्य निवेश सामग्री प्रदर्शन किया गया। प्राचार्य बकसाही डॉ. अनिता सिंह के नेतृत्व में बनी निर्णायक समिति जिसमें अंजली गुप्ता व्याख्याता, सीएसी दिनेश पटेल, प्रधान पाठक शाहिद खान, सीएसी सुंदर लाल कश्यप व डीके नवरंग ने सभी 54 स्कूलों के कबाड़ से जुगाड़ निर्मित शैक्षिक सामाग्रियों का अवलोकन प्रत्येक काउंटर में जाकर किया। कमी एवं खूबियों को तरासते हुए निर्मित चीजों को किस प्रकार उपयोग कर सकते हैं, बच्चों को क्या लाभ मिलेगा आदि बातें काउंटर में उपस्थित बच्चों तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं से पूछे गए। प्रत्येक शिक्षकों ने एक से बढ़कर एक नई-नई शैक्षिक सामग्रियों का निर्माण कर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात मंच से खंड शिक्षा अधिकारी एसएन साहू, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी मनीराम मरकाम, प्राचार्य बकसाही, बीआरसीसी रामगोपाल जायसवाल आदि ने आज के प्रथम विजेता प्राथमिक शाला कारिछापर संतोष कर्ष, द्वितीय नन्दिनी राजपूत प्राशा नान पुलाली, तृतीय प्राशा सोनसरी, इसी तरह माध्यमिक शाला में प्रथम देवराज सिंह राजपूत माशा निरधी, द्वितीय देवप्रसाद रात्रे माशा दमिया, तृतीय नीतू शाह माशा देउरभाठा को स-सम्मान मोमेंटो प्रशस्ति पत्र तथा गुलदस्ते से नवाजा गया। निर्णायक दल को भी ट्राफी प्रदान किया गया। सभी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले शिक्षकों को जिला स्तर पर नियत तिथि में पहुंचकर प्रदर्शन करने होंगे। इस अवसर पर शिक्षा अधिकारी श्यामनंद साहू ने कहा कि हमारे स्कूलों में बच्चों की शैक्षिक सामग्री निर्माण कर स्कूलों को व बच्चों को सुसज्जित करना तथा इसका उपयोग कर शासन के निर्देशों का पालन करना प्राथमिकता होनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन रामगोपाल जायसवाल बीआरसीसी ने करते हुए शिक्षकों को कबाड़ से जुगाड़ के सफल आयोजन पर साधुवाद दिया।
इससे पहले मां सरस्वती की पूजा उपस्थित अतिथियों ने धूप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कबाड़ से जुगाड़ मेले में बच्चों ने अपने पसंद की शैक्षिक वस्तुओं को देखकर संतुष्ट हुए। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीगिरीश गौतम, निर्मल राठौर, अमर पैकरा, वीरेंद्र उइके, विनय पांडेय, दिलकेश मधुकर, रोशन प्रधान, पूनम अहीर, सुनील जायसवाल, दीपक कंवर, राजेश कोशिये, जमुना प्रसाद, तरुण डिक्सेना, नरेन्द्र कोशलेय, करण कंवर आदि के साथ पूरे कार्यक्रम में विशेष सहयोग प्रभारी प्रधान पाठक माशा सैला तुलसी जगत एवं प्रधान पाठक प्राशा सैला मनमोहन डिक्सेना, समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं प्राशा-माशा सैला, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी, स्व-सहायता समूह रसोइया, सफाई कर्मचारी का सहयोग रहा।