भाकपा ने कोरबा से विभिन्न यात्री ट्रेनों को चलाये जाने की मांग को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कोरबा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला इकाई कोरबा ने कोरबा से देश के विभिन्न प्रदेशों के लिए यात्री गाड़ी चलाने की मांग को लेकर बुधवार को कलेक्टर से मुलाक़ात कर रेल मंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस मांगपत्र में जिन महत्वपूर्ण यात्री ट्रेनों को प्रारंभ करने की मांग की गई है, उनमें कोरबा–रायगढ़ इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन, कोरबा–हावड़ा साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन, कोरबा–पटना साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन, कोरबा–रीवा साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं। इसके अलावा रेल मंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपे गए इस ज्ञापन में कोरबा से अंबिकापुर तक के लिए रेल मार्ग बनाए जाने की भी मांग की गई है। ज्ञापन दिए जाने के दौरान भाकपा के जिला सचिव पवन कुमार वर्मा, जिला परिषद सदस्य एन.के. दास, एस.के. प्रसाद, राममूर्ति दुबे, सुनील सिंह, मनीष नाग, मुकेश यादव, अविनाश सिंह, दुर्गेश कुशवाहा उपस्थित थे।
इस अवसर पर कामरेड पवन वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोरबा जिला एक बड़ा औद्योगिक और कोयला खनन क्षेत्र है। यहां एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदानें हैं। यहां एल्यूमीनियम और पावर का भी सर्वाधिक उत्पादन होता है। इसके बावजूद भी यात्री सुविधा के लिए कोरबा जिले के लोगों को वंचित रखा गया है, जो किसी भी रूप में उचित नहीं है। यहां देश के विभिन्न राज्यों-क्षेत्रों से आए हुए लोग दशकों से यहां पर स्थित छोटे-बड़े उद्योगों में नौकरी या व्यवसाय कार्य में संलग्न हैं। अपने पारिवारिक कार्यों में शामिल होने के लिए पैतृक स्थान पर जाने के लिए उनके सामने ट्रेनों की माकूल सुविधा भी उपलब्ध नहीं है, इस कारण उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है यहां की कोरबा क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ी कोयले की खान है। पूरे भारत वर्ष में 75 से 80 फीसदी तक कोयले की आपूर्ति की जाती है एवं एल्युमिनियम, पावर का सर्वाधिक उत्पादन होता है, उसके बावजूद भी कोरबा क्षेत्र के लोगों को यात्री ट्रेनों से वंचित रहना पड़ता है। कोरबा के आम जनता को आज तक कांग्रेस और भाजपा दोनों ने छला है। कलेक्टर के माध्यम से रेल मंत्री को प्रेषित किए गए अपने मांगपत्र-ज्ञापन में वर्मा ने यह भी कहा कि क्षेत्र की आमजनता की मांगों पर यदि यथाशीघ्र और यथोचित कारवाई नहीं की गई तो आगे चलकर एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। इसे लेकर वरिष्ठ एन.के. दास ने कहा कि कोरबा जिले में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और मध्य प्रदेश सहित कुछ अन्य प्रदेशों के लोग बहुतायत में रहते हैं पर उनके लिए यहां से एक भी यात्री ट्रेन नहीं है, जबकि साऊथ क्षेत्र के लिए पक्की तौर पर तीन और दिल्ली जाने के लिए कथित तौर पर एकमात्र यात्री ट्रेन है। सुनील सिंह ने कहा कि कोरबा क्षेत्र, एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा कोयला खदान क्षेत्र होने के साथ बड़ा इंडस्ट्रियल बेल्ट है, जिससे केंद्र सरकार को सर्वाधिक राजस्व मिलता है उसके बावजूद भी यहां की आम जनता को ट्रेनों के लिए यहां-वहां भटकना पड़ता है। इसी तारतम्य में मनीष नाग ने भी कोरबा से हर राज्यों के लिए यात्री ट्रेन चलाने की मांग रखी। यात्री ट्रेन संबंधी मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला इकाई कोरबा वृहत जन आंदोलन करेगी।