कोरबा विकास पुरुष व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से जिला शिक्षक संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने मुलाकात कर विभिन्न समस्याओं से कराया अवगत
कोरबा। जिला शिक्षक संघ के पदाधिकारियों और विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए शिक्षकों ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से मुलाकात कर शिक्षकों संबंधी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए शासन स्तर पर समाधान कराने की मांग रखी। कार्यक्रम के आरंभ में उपस्थित समस्त पदाधिकारियों और विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए 400 से अधिक शिक्षकों में से वरिष्ठों ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर राजस्व मंत्री का अभिवादन करते हुए पूर्व में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों और सहयोग हेतु कोरबा जिला शिक्षक संघ की तरफ से आभार जताया गया और अपेक्षा की गई कि पूर्व की ही भांति भविष्य में भी उनका सहयोग और समर्थन संघ को सदैव मिलता रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए कोरबा जिला सर्व शिक्षक संघ के संरक्षक सह प्रवक्ता घनश्याम श्रीवास ने बताया कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के कुशल नेतृत्व में कोरबा जिला निरंतर विकास पथ पर अग्रसर है और यहां की हर गतिविधि पर प्रदेश ही नहीं वरन् देश की नजरें रहती हैं। संघ के संरक्षक सह संयोजक मुकुन्द उपाध्याय ने बताया कि संविदा शिक्षकों के संविलियन के मामले पर हमारे विधायक व राजस्व मंत्री जयसिंह भैया का भरपूर समर्थन व सहयोग मिला है, जिसके लिए संघ सदैव उनका आभारी रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि रक्षाबंधन के अवसर पर जयसिंह भैया की कलाई पर इतनी राखियां बंधती हैं कि समूचे देश में किसी भी अन्य राजनेता को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं होता है। उल्लेखनीय कार्यों पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जयसिंह अग्रवाल ने कोरबावासियों को रामदरबार की सौगात के साथ ही शहर के भीतर और शहर के बाहर जाने वाली सभी सड़कों का कायाकल्प, सभी समाज के लिए सामाजिक भवन, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। राजस्व मंत्री के सौजन्य से प्रदेश में कोरबा पहला जिला है जहां पर सर्वसुविधायुक्त शिक्षक सदन की सौगात दी गई है। वरिष्ठ शिक्षक तरुण राठौर ने कहा कि जयसिंह भैया ने कोरबा के लिए जो किया है पूरे प्रदेश के अन्य किसी भी क्षेत्र में वैसे कार्य नहीं हुए हैं। वास्तव में जयसिंह भैया एक लोकनायक हैं जो क्षेत्र के चहुमुखी विकास की चिंता करते हैं। अंचल में स्वामी आत्मानन्द विद्यालय खुलवाने का उनका प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इसी प्रकार उनके प्रयासों से अंचल के अनेक विद्यालयों का उन्नयन किया गया है, जिसका लाभ क्षेत्र के विद्यार्थियों को मिलना आरंभ हो गया है। ऐसे बहुत से विद्यालय हैं जिनका उन्नयन किया जाना है। उम्मीद करते हैं कि शीघ्र ही इस दिशा में भी हमारे राजस्व मंत्री ध्यान देंगे। उन्होंने अपनी मांग रखते हुए कहा कि ऐसे अनेक प्राचार्य हैं जिनको 10-12 साल से कोई पदोन्नति का लाभ नहीं मिला है, अतएव इस दिशा में भी उनके सहयोग की अपेक्षा है।
कोरबा जिला शिक्षक संघ के पदाधिकारी डॉ. गिरीश केशकर ने कहा कि पूरे प्रदेश में कोरबा जिला एक ऐसा क्षेत्र है जहां सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक विकास का पैमाना सबसे ऊपर है। राजस्व मंत्री ने केवल कोरबा ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश के लोगों की समस्याओं के समाधान का प्रयास किया है। उनका प्रयास रहता है कि उनके किसी कार्य से किसी का अहित न होने पाए। उन्होंने शिक्षक सदन में और फर्नीचर और मजबूत कुर्सियों की मांग रखी तथा खिड़कियों और दरवाजों के लिए पर्दे लगवाने की जरूरत भी बताई। केशकर ने कहा कि आपकी कीर्ति अजर अमर है, मंजिलें और भी हैं, आप आगे बढ़िए, हम आपके साथ हैं।हेमंत शर्मा ने कहा कि कोरबा में विकास और उन्नति का दूसरा नाम जयसिंह अग्रवाल है, उनके द्वारा कोरबा के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात अविस्मरणीय है। शिक्षक संघ की जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मी ने प्राथमिक प्रधान प्राठकों की पदोन्नति व स्थानांतरण से उत्पन्न हुई वेतन विसंगतियों से हो रहे नुकसान की चर्चा करते हुए समाधान करवाने की अपील की गई। छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सचिव जेपी कोसले ने कहा कि हमारे राजस्व मंत्री ऊर्जानगरी के ऊर्जावान और प्रदेश शासन के कद्दावर मंत्री हैं। उन्होंने बताया कि जयसिंह भैया ने प्रांतीय अध्यक्ष अनिल शुक्ला से चर्चा कर शिक्षकों के गृह भाड़ा भत्ता और अन्य मांगों को पूरा करवाया है, जिसके लिए शिक्षक संघ की ओर आभार जताया गया।
पम्प हाऊस स्थित स्वामी आत्मानंद विद्यालय के प्राचार्य डॉ. विवके लाण्डे ने कहा कि जयसिंह अग्रवाल सही बातों को सही तरीके से प्रस्तुत कर सामने वाले से उसे मनवा लेते हैं जो उनकी सबसे बड़ी खूबी है। उन्होंने अपने कार्यों की बदौलत कोरबा को राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। शासन की विभिन्न योजनाओं के जरिए हर वर्ग के लाभान्वित होने की बात भी उन्होंने कही। बीसीपीपी द्वारा केंद्रीय विद्यालय के बंद होने की स्थिति में उसे अन्यत्र जाने से रोकना, कोरबावासियों के हित में बिना किसी प्रतिष्ठान का सहयोग प्राप्त किए गोपालपुर में नए केंद्रीय विद्यालय की स्थापना करवाना उनकी जीवटता का एक बड़ा उदाहरण है। डॉ. कृष्ण कुमार चन्द्रा ने राजस्व मंत्री को एक संवेदनशील व पारदर्शी कार्यशैली का राजनेता बताया। अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि कोरबा इंजीनियरिंग कॉलेज की हालत बहुत दयनीय हो चुकी है, वहां से पास होने वाले बच्चों को प्लेसमेंट नहीं मिलता, अतएव इस कॉलेज को शासन के सहारे की जरूरत है। उन्होंने न्यूनतम दर पर कोरबा शिक्षक कॉलोनी के लिए भूखंड के आवंटन की मांग भी रखी।
शिक्षक संघ प्रदेश सचिव विपिन यादव ने जयसिंह अग्रवाल को विकास पुरुष निरुपित करते हुए कहा कि शिक्षकों को जयसिंह भैया का भरपूर स्नेह मिला है तभी तो उन्होंने शिक्षक सदन की सौगात दी है। इसी प्रकार उनके प्रयास से ही कोरबा में खेल अकादमी आरंभ हो सका, जिसमें वर्तमान में 4 विभिन्न खेल विधाओं के खिलाड़ी बच्चों को दक्षता हासिल करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम विद्यालयों का संचालन आरंभ किया गया है, उन विद्यालयों के शिक्षकों को अन्यत्र भेजा जा रहा है, जिससे उनके सामने अनेक प्रकार की व्यावहारिक कठिनाइयां उत्पन्न हो गई हैं, जबकि शासन ने स्पष्ट किया था कि उन्हें नजदीकी अन्य विद्यालय में भेजा जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। कोरबा में बालको और एनसीडीसी दो ऐसे विद्यालय हैं जहां के शिक्षकों के सामने ऐसी गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है। अतएव उन्होंने अपील किया है कि ऐसी परिस्थितियों से शिक्षकों को राहत दिलाने की दिशा में सहयोग प्रदान करें। डॉ. रूप नारायण चंद्रा ने कहा कि शासन की नीतियों के अनुरूप शिक्षकों को चुनाव व जनगणना के अलावा किसी अन्य प्रकार के कार्यों में नहीं लगाया जाना चाहिए, लेकिन प्राय: एक साथ 5-10 तरह के कार्यों में शिक्षकों को लगा दिया जाता है जिससे अध्यापन कार्य प्रभावित होता है और विद्यार्थियों का नुकसान होता है। इसी प्रकार से बालको हायर सेकेण्डरी स्कूल की प्राचार्या डॉ. निरूपमा तिवारी, शिक्षक विनय राय व टी.आर. कुर्रे ने भी अपने विचारों से उपस्थित समूह को अवगत कराया।
उपस्थित सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि पिछले 15 साल से वे कोरबा के विधायक व पहली बार कांग्रेस शासन में राजस्व विभाग जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र के मंत्री का दायित्व निर्वहन कर रहे हंै। उन्होंने बताया कि अनेक बार उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उन्होंने सदैव लोकहित में निर्णय लेकर कार्यशैली को सरलीकृत करने का प्रयास किया है। राजस्व संबंधी बहुत से ऐसे कानूनों का उन्होंने जिक्र किया जो ब्रिटिश शासन के समय 1890 या उसके पहले के बने हुए थे और आज के समय में वे व्यावहारिक नहीं रह गए थे, उनमें व्यापक पैमाने पर संशोधन कराने की बात भी कही। उन्होंने यह भी जानकारी दिया कि आम नागरिकों की सुविधा के लिए पूरे राज्य में 100 तहसीलों, 29 अनुभाग और 6 नए जिले बनाए गए हैं जो देश के इतिहास में किसी भी सरकार के एक कार्यकाल में आज तक नहीं किया गया है। इसी प्रकार से राजस्व कानूनों में आवश्यक संशोधनों के साथ अनेक समाजों के लिए नाम मात्र अथवा नि:शुल्क भूखण्ड उपलब्ध करवाए गए हैं जिनमें कोरबा के भी कई समाज शामिल हैं। उन्होंने जानकारी दिया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की ग्रामीण सड़कों की मरम्मत के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है जिस पर बरसात के बाद कार्य आरंभ हो जाएगा। शिक्षकों द्वारा बताई गई समस्याओं के संबंध में उन्होंने आश्वासन दिया कि इस दिशा में वे प्रयास करेंगे कि शीघ्र समाधान हो सके। शिक्षक कॉलोनी के लिए भूखण्ड की मांग पर उन्होंने कहा कि आपकी भावनाओं की हम कद्र करते हैं अवसर मिला तो अगले सत्र में इसे जरूर धरातल पर उतारेंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज के संबंध में उन्होंने कहा कि वे व्यवस्था को बेहतर करेंगे। जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि आगामी दो से ढ़ाई साल के भीतर कोरबा अंचल के साथ ही हर क्षेत्र में सड़कों की समस्याएं प्राय: समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कोरबा क्षेत्र के लिए विगत पांच साल के भीतर बहुत से कार्य हुए हैं। जैसे सीएसईबी का स्टोर कोरबा में खुलना बड़ी उपलब्धि है अन्यथा पहले एक ट्रांसफॉर्मर बदलने के लिए न्यूनतम 15 दिन का समय लगता था लेकिन अब अधिकतम 1-2 दिन में यह कार्य हो जाता है। इसी प्रकार मेडिकल कॉलेज आज कोरबावासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि कोरबा में पट्टा वितरण कार्य आरंभ हो चुका है और प्रथम चरण में लगभग 15 हजार पट्टे बांटे जाएंगे। क्षेत्र में विकास कार्य निरंतर जारी है और जहां आवश्यकता थी सभी जगह सीसी रोड और नालियों के कार्य आरंभ हो चुके हैं और अब सौदरीकरण कार्य की ओर अग्रसर हो रहे हैं। अब तो ज्यादा से ज्यादा जगह गार्डन, सड़कों के किनारे पेवर ब्लॉक या टाइल्स आदि लगाने के कार्य शुरू किए जा रहे हैं। राजस्व विभाग में पात्र नायब तहसीलदारों व तहसीलदारों को समयमान सीमा के तहत भरपूर पदोन्नतियां देने और आवश्यकतानुसार पटवारियों की भर्तियां किए जाने की जानकारी भी राजस्व मंत्री द्वारा दी गई।