स्टॉप डैम में काम करने वाले मजदूरों को नहीं मिला भुगतान
चार माह से भटकने को मजबूर, जिला प्रशासन से की शिकायत
कोरबा। जिले में वन विभाग के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों को काम निकल जाने के बाद दर-दर की ठोकर खिलाने की परंपरा टूट नहीं रही है। कोरबा और कटघोरा मंडल वन मंडल के विभिन्न कार्यों को अंजाम देने के बाद दर्जनों मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल सकी है। एक ऐसे ही स्टॉप डैम को लेकर मामला सामने आया है जिसके मजदूर 4 माह से भटक रहे हैं।
सहायक श्रम आयुक्त सहित कलेक्टर,एसपी व डीएफओ से शिकायत करने जिला मुख्यालय पहुंचे मजदूर मनोज, राजेन्द्र, शिव, अरूण, रामेश्वर, शरद, मास्टर, श्याम, रींकू, पिंटू व अन्य सभी ने बताया कि वे लोग पसरखेत रेंज सुईढोंढा डब्लू एच एस -7 स्टाप डेम पी-1129 के अंतर्गत ठेकेदार मनदीप सिंह भाटिया के अधीनस्थ मजदूरी का कार्य 7 फरवरी 2023 से 27 जून 2023 तक किया। 7 मिस्त्री, 14 लेबर व लगभग 20 रेजा कार्य किए हैं। उक्त कार्य को ठेकेदार मनदीप सिंह भाटिया के द्वारा राहुल शुक्ला से कराया गया है। मनदीप सिंह भाटिया के द्वारा रेजा का पेमेंट 1-2 माह करके धीरे-धीरे भुगतान किया गया है परंतु 21 मजदूरों का वेतन आज दिनांक तक भुगतान नहीं किया गया है। अपने वेतन की मांग करने पर मनदीप सिंह भाटिया के द्वारा राहुल शुक्ला के माध्यम से मजदूरों को बिलासपुर बुलाया गया था जहाँ सभी के सामने हिसाब-किताब किया गया और 2 दिन में पेमेंट कर देने का आश्वासन दिया गया परंतु मजदूरों का वेतन नहीं दिया गया। बाद में इन्हें 2 बार फिर से बिलासपुर बुलाया गया और ईश पाण्डेय नामक व्यक्ति से धमकी देकर डराया-धमकाया गया। इस प्रकार मजदूरी करा कर वेतन का आज दिनांक तक भुगतान नहीं किया गया है।तत्संबंध में मजदूरों के द्वारा डी.एफ.ओ. को भी मौखिक शिकायत किया गया जिस पर डी.एफ.ओ. ने 7 दिवस के अंदर मजदूरी राशि का भुगतान कराने का आश्वासन दिया था। जबकि डी.एफ.ओ. कोरबा के द्वारा मुख्य ठेकेदार मनदीप सिंह भाटिया को उक्त कार्य का 60 प्रतिशत राशि का भुगतान कर दिया गया है उसके बाद भी मनदीप सिंह मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहा है और उल्टा धमकी दिलवा रहा है।
पीडि़तों ने कहा है कि वे सभी गरीब परिवार के हैं और मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते है। मजदूरी राशि का भुगतान नहीं करने से परिवार के समक्ष भरण-पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।