November 7, 2024

आर्थिक अनियमितता मामले में बीईओ के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई

0 शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का संरक्षण, बचाने का किया जा रहा प्रयास
कोरबा।
जिला शिक्षा विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है। इस बार आर्थिक अनियमितता के मामले में लंबे समय से कार्रवाई से बचे बीईओ के मामले में विभाग सुर्खियों में बना हुआ है। अब तो इस चर्चा ने भी जोर पकड़ लिया है कि सरकारी खजाने से 46 लाख आर्थिक अनियमितता के आरोपों से घिरे बीईओ को शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी बचा रहे हैं। महीने बीत जाने के बाद भी कार्रवाई न कर उनको संरक्षण, बचाने का प्रयास किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग और ट्रेजडी अपनी राशि वसूलने के लिए नाकाम हैं।
एक के बाद एक कई कारनामे कटघोरा बीईओ आई.पी. कश्यप के उजागर हो रहे हैं। मामले की जांच शुरू की गई फिर भी कार्रवाई नहीं हुई है। कार्यालय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर छत्तीसगढ़ द्वारा 3 अक्टूबर 2023 को पत्र जारी किया गया। बीआरसीसी प्रहलाद साहू खंड स्त्रोत समन्वयक के पद पर संविदा कर्मचारियों के रूप में कार्यरत जिनका वेतन एवं अन्य भत्तों का आबंटन राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के द्वारा प्राप्त होता है, परंतु संविदा कर्मचारियों का नियमित कर्मचारियों की तरह आई.डी. कोड बनाया गया और संबंधित को लाभ पहुंचाने के लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि 438238/ का देयक कोषालय में प्रस्तुत कर आहरण किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा को यह अवगत नहीं कराया गया कि प्रहलाद साहू बीआरसीसी संविदा कर्मचारी हैं और उनका चिकित्सा प्रतिपूर्ति का देयक नियमित कर्मचारी और उनका चिकित्सा प्रतिपूर्ति का देयक नियमित कर्मचारियों की तरह प्रस्तुत नहीं हो सकता है। बीईओ कश्यप द्वारा साहू के चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि की मांग हेतु जिला शिक्षा अधिकारी/जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा कोरबा को पत्र लिखा, जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा से आवंटन प्राप्त होने पश्चात उन्हें अवगत नहीं कराया गया कि साहू संविदा कर्मचारी है उनका चिकित्सा प्रतिपूर्ति देयक नियमित कर्मचारियों की तरह नहीं निकाला जा सकता है। शरद चंद्र भूषण लाल सेवानिवृत प्रधान पाठक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बेसिक कटघोरा का पेंशन प्रकरण आपके कार्यालय से तैयार न किए जाने की पश्चात भी लाल के प्रत्याशित पेंशन की राशि 1676817 रुपये बिना अनाहरण प्राप्त किए देयक या कोषालय में प्रस्तुत कर आहरण किया जाने का कुत्सित प्रयास किया गया। आपका उपरोक्त कृत्य जालसाजी कर संबंधितों को आर्थिक लाभ पहुंचाने हेतु किया जाकर आर्थिक अनियमितता की गई है। इस संबंध में उपसंचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर ने स्पष्टीकरण मांगा था। स्पष्टीकरण प्रस्तुत न करने की स्थिति में अथवा समाधान कारक न पाए जाने की स्थिति में नियमानुसार कार्रवाई हेतु उच्च कार्यालय को पत्र प्रेषित कर की जाएगी। इसके पूर्व भी इस संबंध में कलेक्टर कोरबा द्वारा 21 सितंबर को पत्र जारी किया गया था एवं स्पष्टीकरण मांगा गया था, स्पष्टीकरण न देने की स्थिति में उन पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी कलेक्टर ने दी थी। इसके पूर्व में कटघोरा बीईओ आई.पी. कश्यप द्वारा मेरी लाल प्रधान पाठिका के 40 माह तक अनुपस्थित रहने के बाद भी वेतन का भुगतान किया गया। सक्षम अधिकारी के अनुमति बिना, प्रधान पाठिका का अवकाश स्वीकृत किया गया एवं प्रथम किस्त के रूप में 11,73,866 रुपये एवं द्वितीय किस्त के रूप में 13,70,708 रुपये सेवानिवृत्ति के 9 माह बाद आहरण करने की शिकायत हुई थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्टीकरण जवाब मांगा था।

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