जब्ती के डर से डगमगाया सराफा कारोबार
0 सीमावर्ती इलाकों के चेक पोस्ट पर की जा रही सघन जांच
कोरबा। चुनाव आचार संहिता में जांच व जब्ती के डर से सराफा कारोबार डगमगा गया है। शहर से अधिकांश छोटे सराफा व्यापारी गांव-गांव के बाजार में जाकर कारोबार करते हैं। वर्तमान में सीमावर्ती इलाकों में हर जगह जांच व जब्ती की कार्रवाई हो रही है।
टीम की जांच व लफड़े में पड़ने के कारण सराफा कारोबारी अब दूसरे जगह नहीं जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो ऐसे में ऐनवक्त दिवाली के समय कारोबार बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहा है। पुलिस हाइवे सहित शहर के हर बार्डर में चेक पोस्ट लगाया गया है, जिसमें तैनात जवान जांच कर रहे हैं। दीपावली के सीजन में चुनावी सरगर्मी जोर पकड़ ली है। आचार संहिता के तहत जिले की सीमाओं, हाईवे और अन्य मार्गों में सख्ती से वाहनों की जांच की जा रही है। इसका सीधा असर जिले के कारोबार और आमजन पर पड़ रहा है। हालात यह है कि सराफा कारोबार डगमगा गया है। दीपावली ही वह सीजन है, जिसमें सराफा कारोबार परवान चढ़ता है, लेकिन फिलहाल हालत इससे उल्टा है। चेकपोस्ट में जांच व जब्ती के डर से व्यापारी सोना-चांदी और जेवर नहीं ला पा रहे हैं, वहीं जेवर खरीदने के लिए ग्राहक भी नकदी लाने से बच रहे हैं। ऐन वक्त दीपावली के सीजन में ऐसे हालात बनने से सराफा व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। शहर सहित जिले भर के सराफा कारोबारी इंदौर, महाराष्ट्र के मुंबई सहित अन्य बड़े शहरों से माल बुलवाते हैं लेकिन चुनावी आचार संहिता ने इस आयात-निर्यात पर फिलहाल ब्रेक सा लगा दिया है। नियमानुसार आचार संहिता के तहत 50 हजार रुपये से ज्यादा लाने-जाने में पाबंदी है। ऐसे में ग्राहक भी जेवर व नकदी लाने से बच रहे हैं। जिले के छोटे सराफा व्यापारी बड़ी संख्या में आसपास के गांव व शहर के बाजार में जाकर कारोबार करते हैं, लेकिन वर्तमान में हर बॉर्डर में जांच व जब्ती की डर से सराफा व्यापारी निकल ही नहीं पा रहे हैं। उन्हें जांच व जब्ती का डर सता रहा है।
0 50 हजार ही नकदी ले जाने की लिमिट
2018 के तहत चुनाव में जहां सोने के भाव में 31 हजार रुपये प्रति दस ग्राम थे, वहीं अब 62 हजार रुपये प्रति दस ग्राम है। इसके साथ अन्य वस्तुएं भी महंगी हुई है, लेकिन चुनाव आयोग के नकदी की राशि न बढ़ाते हुए अभी भी 50 हजार रुपये ही तय कर रखी है। इसका असर शहर के कारोबार पर हो रहा है। हर शहर व गांव के बॉर्डर में 50 हजार रुपये से ज्यादा राशि मिलने पर कहां से लाए और कहां ले जा रहे हैं। इसकी जानकारी मांगी जा रही है।
0 10 लाख से अधिक पर जब्ती के आदेश
50 हजार रुपये से ज्यादा की राशि नकद ले जाने के लिए जहां दस्तावेज रखना जरूरी है। वहीं जांच के दौरान यदि किसी व्यक्ति के पास 10 लाख रुपये से अधिक की नकद राशि प्राप्त होती है तो उसे जब्त कर पास के थाने में जमा कराने के चुनाव आयोग के आदेश है। 10 लाख से ज्यादा मिलने पर इसकी सूचना आयकर विभाग को दी जाएगी। राशि के संबंध में आयकर विभाग जांच करेगी।