HIV संक्रमित होने की बात छुपाकर की शादी.. पति समेत चार लोगों पर मामला दर्ज
जालंधर। एक व्यक्ति ने एचआईवी संक्रमित होने की बात कथित तौर पर छुपाकर शादी की और बाद में उसकी पत्नी भी इससे संक्रमित हो गई। पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने पति समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, दहेज उत्पीड़न समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। महिला की शिकायत के अनुसार, उसकी शादी पिछले साल कैथल निवासी युवक के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग उसे दहेज को लेकर प्रताड़ित करने लगे इसी दौरान उसका स्वास्थ्य खराब हो गया और जांच में पता लगा कि एचआईवी संक्रमित हो गयी है। बाद में पता लगा कि उसका पति शादी से पहले ही एचआईवी संक्रमित था। इसके बाद ससुराल के लोगों ने समाज का भय दिखाते हुए चुप रहने के लिए कहा और साथ ही बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी।
पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने उसके पति, ननद, ससुर सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में ख्यानत, दहेज उत्पीड़न समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। महिला थाना प्रभारी शीला देवी ने बताया कि शिकायत के बाद पति समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
दवा जारी रख सामान्य जिंदगी जी सकते हैं
जालंधर एआरटी सेंटर के इंचार्ज डॉ. स्वयजीत सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग के बाद मरीज को एआरटी सेंटर में रजिस्टर किया जाता है। दवा शुरू होती है। यह वायरस असुरक्षित संबंध के अलावा नशे के लिए इस्तेमाल सूई के एक से ज्यादा लोगों द्वारा इस्तेमाल और संक्रमित खून से फैलती है।
शादी से पहले एचआईवी टेस्ट जरूरी करे सरकार
एचआईवी लोगों के लिए काम कर रही संस्था केयर एंड स्पोर्ट सेंटर के वॉलेंटियर प्रदीप कुमार ने बताया कि शादी से पहले अगर एचआईवी और थैलेसीमिया टेस्ट अनिवार्य कर दिया जाए तो इस वायरस को बेकसूर लोगों में जाने से रोका जा सकता है। कहीं न कहीं अब एचआईवी को लेकर जागरूकता में कमी आई है।
बीमारी फैलाने वालों के खिलाफ कानून नहीं
पंजाब एड्स कंट्रोल सोसायटी की एडिशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. मनप्रीत छतवाल ने बताया कि अमेरिका में कोई जानबूझकर एचआईवी वायरस फैलाता है को आपराधिक मामला दर्ज होता है। भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है। शादी से पहले एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने की जरूरत है।