मिचौंग तूफान किसानों पर पड़ा भारी, खेतों में करपा भीगा, किसानी 15 दिन हुई पीछे
-सुखदेव कैवर्त
कोरबा (बरपाली)। मिचौंग तूफान से बीते तीन दिन से लगातार रिमझिम बारिश हो रही है, जो किसानों पर भारी पड़ गया है। अधिकांश किसानों की फसल कटाई के बाद करपा खेतों में पड़े है, जो पूरी तरह से भीग गया है। इसे सूखने में 15 दिन लग जाएगा। वहीं जिस खेत धान की कटाई नहीं हुई है, वहां के धान गिर गए हैं। खेतों में पानी भर गया है। अब किसानों को जो धान कट गए है और जो नहीं कटे हैं दोनों पर कटवा काटने की बीमारी का डर सताने लगा है।
अधिकांश किसान अपने धान की फसलों को कटाई के बाद खेतों एवं खलिहान में रखे हैं। खेत में पानी भरे होने के कारण धान कटाई के लिए ट्रैक्टर एवं थे्रशर मशीन नहीं जा पाएगा। इसके लिए किसानों को खेत सूखने का इंतजार करना होगा। अधिकांश किसानों का खरही भीग गया है, जिसको सूखने में 15-20 दिन लग जाएगा। इसके कारण धान बेचने के लिए किसानों को काफी मशक्कत करना पड़ेगा। वहीं खरही में दीमक लगने का डर भी सता रहा है। इसके पूर्व अक्टूबर-नवंबर में पानी नहीं गिरा, जिस समय किसानो को पानी की आवश्यकता थी उस समय मौसम दगा दे गया। अब जब जरूरत नहीं है तब पानी गिर रहा है। जब पानी गिरना बंद होगा तब सूखने में ही पंद्रह-बीस दिन लगेगा। फिर धान उठाने के समय धान झड़ेगा। किसानों के लिए भाजपा सरकार को फसल नुकसान के लिए कुछ घोषणा करनी चाहिए, ताकि उन्हें ज्यादा नुकसान न हो।