November 7, 2024

बेमौसम बारिश से सब्जी की फसल चौपट, कीमतों में होगी वृद्धि

कोरबा। एक सप्ताह के बाद सब्जियों की लोकल आवक पूरी तरह से बंद हो जाएगी। इससे सब्जियों की कीमत में 20 से 30 फीसदी का इजाफा हो सकता है।
मिचौंग चक्रवाती तूफान से पिछले तीन दिन जिले में रूक-रूककर बारिश हुई। बारिश से खेत-खलिहानों मेें एक इंच तक पानी भर गया है। धान की कटाई कर करपा खेत में ही रखने वाले किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। सब्जी वर्गीय फसल भी बारिश के चलते चौपट हो गई है। मौसम अनुकूल होने के चलते इस क्षेत्र के किसानों ने अपनी बाड़ियों में मटर, पान सेमी, टमाटर, करेला, बैगन, भिंडी, गोभी, धनिया पत्ती और मेथी समेत विभिन्न प्रकार की सब्जियां लगाई हैं। किसानों ने बताया कि निंदाई-गुड़ाई, मिट्टी तैयार और बीज का रोपण करने से लेकर सब्जी की फसल तैयार होते तक किसानों को इसमें खाद, मल्टीविटामिन पोषक तत्व और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना पड़ता है। मौसम अनुकूल होने से बाड़ियों से टमाटर की बंपर आवक हो रही थी। बैंगन और भिंडी की फसल भी इस साल अच्छी थी। सब्जी मंडी में सब्जियों की लोकल आवक होने से सब्जयों की कीमत भी कम हो गई थी, लेकिन बारिश ने सब्जी की फसल को पूरी तरह से चौपट कर दिया है। किसानों ने बताया कि अधिक बारिश होने से गोभी, बैंगन समेत अन्य सब्जी फसलों में रसचूसक कीटों का प्रकोप है। सब्जियां गलने लगी हैं। मेथी और धनिया की फसल तो पूरी तरह से चौपट हो गई है। शेष बची सब्जियों में फंगस का अटैक शुरू हो गया है। मौसम खराब होने से कीटनाशक दवाइयां भी काम नहीं कर रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। बाजार में टमाटर 30 रुपये, लौकी 10, करेली 30 से 40, नवलगोल 40 से 60, बरबट्टी 40 से 50, मूली 10 से 15 रुपये प्रतिकिलो के भाव से बिका। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि सब्जियों की कीमत अभी जस की तस बनी हुई है, लेकिन एक सप्ताह बाद लोकल आवक बंद होने से सब्जियों की कीमत में 20 से 30 रुपये का इजाफा हो सकता है।

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