November 7, 2024

रेल मार्ग का निर्माण कार्य कंपनी ने किया बंद, ब्रिज निर्माण का काम भी अधूरा

कोरबा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर का प्रमुख प्रोजेक्ट उरगा-गेवरारोड के रेल कॉरीडोर लिए रेल लाइन निर्माण का काम पहले से विलंब से चल रहा था। रेलवे का बड़ा प्रोजेक्ट उरगा-गेवरारोड रेल मार्ग का निर्माण कार्य कंपनी ने बंद कर दिया है। रेल लाइन से लेकर कोरबा-चांपा और सर्वमंगला मंदिर के पीछे नहर पुल पर ब्रिज निर्माण का काम अधूरा पड़ा हुआ है। इससे प्रोजेक्ट का काम प्रभावित हो रहा है। प्रबंधन ने कॉरीडोर निर्माण का काम एक ठेका कंपनी को दिया है।
उरगा-गेवरारोड रेल लाइन परियोजना के लिए हसदेव नदी पर लंबी रेल ब्रिज निर्माण का काम लगभग पूरा हो गया है, लेकिन कोरबा-चांपा सड़क मार्ग पर भिलाईखुर्द के पास ओवरब्रिज और सर्वमंगला मंदिर के पीछे नहर पर पुल निर्माण का काम अब भी अधूरा है। नहर मार्ग पर पुल निर्माण के लिए एक तरफ के पिल्हर का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। तरदा मार्ग के नहर तट पर पिल्हर के लिए नींव ही रखी जा सकी है। इस अधूरे काम को छोड़कर ठेका कंपनी ने निर्माण कार्यस्थल से मशीन और कर्मचारियों को हटा लिया है। बताया जा रहा है कि इस परियोजना पर पहले से ही काम विलंब से शुरू था। कार्यस्थल से कर्मचारियों को हटाने से परियोजना के काम में और देरी होगी। इससे रेलवे प्रबंधन को नुकसान होगा। इस आधे-अधूरे निर्माण के बीच कर्मचारियों को कार्यस्थल से हटाने के बाद से सड़क मार्ग से आवाजाही करने वाले वाहन चालक व आसपास के ग्रामीण की परेशानी बढ़ गई है। लोगों को जर्जर सड़क से आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जर्जर सड़क के कारण हादसे की आशंका बनी हुई है।
0 कोयला लदान में मिलेगा फायदा
रेल लाइन निर्माण का काम जल्द पूरा होने से रेलवे प्रबंधन को कोयला लदान का लक्ष्य हासिल करने में काफी राहत मिलेगी। वर्तमान में रेल लाइन कम है और माल ढुलाई का लक्ष्य अधिक। इस कारण लदान का अधिकांश दबाव गेवरारोड-कोरबा रेल लाइन पर है। बार-बार रेल फाटक बंद होने से शहरवासी काफी परेशान हो रहे हैं। वहीं अफसर प्रबंधन के लक्ष्य के मुताबिक रोजाना कोयला से लदी मालगाड़ी का रैक नहीं निकाल पा रहे हैं। तय लक्ष्य से पिछड़ रहे हैं। प्रबंधन का लक्ष्य 24 घंटे के भीतर लगभग 48 से 50 से अधिक रैक निकालने का है, लेकिन साइडिंग से इन दिनों 40 से 45 रैक ही निकल रही है।

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