अप्पू गार्डन किराए पर देने के लिए निगम ने चौथी बार मंगाया आवेदन
0 संचालन में रूचि नहीं दिखा रहे ठेकेदार
कोरबा। अप्पू (विवेकानंद) उद्यान के संचालन को लेकर ठेका फर्म रूचि नहीं ले रहे हैं, जिससे ठेका नहीं हो पा रहा है। जबकि नगर निगम बार-बार इसकी कवायद में लगा हुआ है। आवेदन तो मंगाए जा रहे हैं, मगर ठेकेदारों की इसमें दिलचस्पी नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि अप्पू (विवेकानंद) उद्यान को किराए पर देने के लिए निगम ने चौथी बार आवेदन मंगाया है। उद्यान के बदहाल स्थिति को देखते हुए कोई भी फर्म इसे चलाने में रूचि नहीं ले रहा है, तो दूसरी तरफ उद्यान का संचालन ठंडे बस्ते में है, इसलिए कैफेटेरिया परिसर में भी ताला लगा हुआ है। विवेकानंद उद्यान में एक करोड़ 99 लाख की लागत से कैफेटेरिया का निर्माण कराया गया था। नीचे में पार्किंग बनाया गया है, जिसमें एक साथ 100 कार व 500 बाइक रख सकेंगे। इसके ऊपर में कैफेटेरिया के साथ इंडोर गेम्स भी रहने का दावा कर परिसर का निर्माण कर दिया गया। करीब 4 साल बाद बने कैफेटेरिया उद्घाटन के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है, जिससे लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। साथ ही ट्राय ट्रेन भी खराब पड़ा है, जो बच्चों के मनोरंजन के लिए सबसे बड़ा साधन है। शहर में विवेकानंद उद्यान में ही मनोरंजन के सबसे अधिक साधन हैं, जहां शाम को बच्चों के साथ बड़े भी घूमने जाते हैं। इसके कारण यहां पार्किंग कम कैफेटेरिया निर्माण की योजना बनाई गई थी। इसका भूमिपूजन 12 मई 2016 को हुआ था। कैफेटेरिया को ठेका में दिया जाना है, लेकिन निगम अब तक ठेकेदार ढूंढ़ नहीं पाया है। इसी तरह दर्री बरॉज के एक छोर में रिवर प्वाइंट व्यू बनाया गया था। डीएमएफ से बने इस परिसर का उपयोग मनोरंजन के तौर पर करना था। नदी किनारे लोग सुबह और शाम को वॉक कर सकेंगे। इसके साथ ही गुमटी भी बनाए गए थे, ताकि लोगों को खानपान की सुविधा भी मिले। अब परिसर में ताला लगा हुआ है, शाम होते ही शराबियों की जमघट लगने लगी है। टाइल्स भी टूटने लगे हैं।