November 7, 2024

बस संचालकों की मनमानी की जांच में खुल रही कलई, लग रही पेनल्टी

कोरबा। यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रखकर यात्री बस संचालक बसों का संचालन कर रहे हैं। जिले में बिना फिटनेस व टैक्स पटाए ही बसें दौड़ रही हैं। बस कांडेक्टर के पास लाइसेंस तक नहीं है तो कई बस मालिक ने बसों का बीमा भी नहीं कराया है। इस तरह बसों का संचालन करना यात्रियों के साथ खिलवाड़ साबित हो रहा है।
जिले से होकर यात्री बसें न केवल पड़ोस के जिला रायगढ़, बिलासपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर के अलावा दीगर राज्य को चलती है। बस संचालक यात्रियों को सुविधा देने का वादा करते हैं। यात्रियों को इस बात की जानकारी नहीं हो पाती कि वे जिस बस में यात्रा कर रहे हैं, उस बस का फिटनेस सही है या नहीं, ड्राइवर प्रशिक्षित व लाइसेंस धारक है कि नहीं, बस का इंश्योरेंस है कि नहीं, लेकिन स्थानीय आरटीओ और कोरबा की फ्लाइंग स्क्वॉयड की टीम ने दो दिन तक छापामार कार्रवाई की तो ऐसी बसें पकड़ी गईं जो रोड में चलने लायक ही नहीं है। 2021 से टैक्स नहीं पटाया है, बस का फिटनेस भी नहीं है। जांच दल को एक बस ऐसी मिली जिसका मार्च 2021 से टैक्स बकाया है, यानी पिछले दो साल से बिना टैक्स पटाए ही इस बस को चलाया जा रहा था। यह बस बिलासपुर पासिंग है, लेकिन चलती जिले से होकर है। इस बस का फिटनेस भी नहीं होने के कारण बस को जब्त कर लिया है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही परिवहन विभाग को खुद सक्रिय करने में लगा हुआ है। वर्षों से बंद गाड़ियों की जांच सड़क पर एक बार फिर शुरू हुई है। पिछले दो दिन से परिवहन विभाग सड़क पर उतरकर गाड़ियों की जांच कर रहा है। उनकी फिटनेस और परमिट की छानबीन कर रहा है। दो दिन में विभाग ने 100 से अधिक गाड़ियों की जांच किया है। सबसे बड़ी खामी सवारी बसों में सामने आई है। बसों में अधिकतर कंडक्टर के पास लाइसेंस नहीं होना पाया गया है।
विभाग की ओर से बताया गया कि 88 यात्री बसों की जांच की गई। गाड़ियों की फिटनेस, परमिट और बीमा के अलावा चालक परिचालक के लाइसेंस की जांच की। इसमें 35 बसों पर तैनात कंडेक्टर के पास लाइसेंस नहीं होना पाया गया। इस पर विभाग ने नाराजगी जताई। उनसे लगभग 14 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया। विभाग ने एंबुलेंस, पिकअप और भारी वाहनों की भी जांच की। भारी वाहन पर टैक्स बकाया मिला। वाहन पर करीब डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा नियमों की अवेलना कर चल रही एक एंबुलेंस पर विभाग ने छह हजार रुपये का दंड लगाया है। विभाग की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। बस स्टैंड, गौमाता चौक और सीएसईबी चौक पर गाड़ियों की जांच की गई। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिन में भी कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग की ओर से बताया गया कि जांच के दौरान यात्री बसों में किराया सूची चस्पा नहीं होना पाया गया। बस मालिकों को सूची चस्पा करने के लिए कहा गया है।

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