धान के रकम में कैशियर मार रहे डंडी, लगा आरोप
0 पीड़ित किसान ने कलेक्टर से की शिकायत
कोरबा। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कोरबा शाखा में पदस्थ कैशियर पर गंभीर आरोप लगा है। अपनी धान की रकम आहरण करने पहुंचे किसान ने राशि भुगतान के एवज में रकम की मांग करने का आरोप लगाया है। उसने मामले की शिकायत कलेक्टर से की है।
हरदीबाजार क्षेत्र के ग्राम अखरापाली में शिवनाथ सिंह कंवर निवास करते हैं। उन्होंने कलेक्टर को लिखे शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि दो दिसंबर को अपने पिता बोधनाथ सिंह कंवर के साथ धान की बिक्री रकम का आहरण करने जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के कोरबा शाखा पहुंचा था। यहां सुबह करीब 11 बजे से चार बजे तक कतार में खड़ा रहा। इस बीच कर्मचारी गौतम ने बैंक बंद होने का हवाला देते हुए कतार में खड़े किसानों से पासबुक व आहरण पर्ची ले लिया। जब उसके पिता बोधनाथ की बारी आई तो वे काउंटर में बैठी कैशियर के पास पहुंचे। कैशियर ने पहले तो अलग-अलग दस्तावेजों की मांग की। इसके बाद 44 हजार 500 रुपये थमा दिए, जबकि आहरण पर्ची में 45 हजार रुपये भरा हुआ था। इस संबंध में कैशियर से बात करने पर वह गोल मोल जवाब देने लगी। रकम की कटौती किए जाने की शिकायत करने की बात कहे जाने पर भी अनसुनी कर दी। लिहाजा पिता पुत्र बैंक पासबुक को बैंक में ही छोड़कर लौट गए। शिकायत पत्र में कहा गया है कि बैंक में जितने कर्मचारी है सब पैसा लेते हैं, पैसा दो तो जल्दी भुगतान मिलेगा, लाइन लगना नहीं पड़ेगा। 50,000 हजार में 1000 रुपये लेते हैं। जो लाइन में खड़े रहते हैं उस किसान को बैंक के कर्मचारी कोई महत्व नहीं देते हैं। हर किसान से 500 से 1000 रुपये लेते हैं। हर बार उनके पिता से 500 तो कभी 1000 रुपये ले लेते है और नहीं देते हैं तो 3 से 4 बार चक्कर काटना पड़ता है। इस पूरे मामले की शिकायत शिवनाथ ने कलेक्टर से करते हुए बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।