केंद्रीय उत्खनन कर्मशाला गेवरा के कर्मियों को नहीं दी जा रही संडे ड्यूटी
0 30 दिन का अल्टीमेटम, बीएमएस ने दी आंदोलन की चेतावनी
कोरबा। एसईसीएल केंद्रीय उत्खनन कर्मशाला गेवरा के कर्मचारियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। समस्या के बीच कर्मचारी काम करने को मजबूर हो रहे हैं। इसे लेकर कर्मशाला गेवरा के बीएमएस अध्यक्ष हमराज राव ने कर्मशाला महाप्रबंधक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने 30 दिन के भीतर समस्याओं के निराकरण की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने संगठन द्वारा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन बिलासपुर से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के हमराज राव द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय उत्खनन कर्मशाला गेवरा के सभी कर्मचारी को रविवार कार्य दिया जाए, क्योंकि सभी अन्य विभागों में दिया जाता है। केवल केंद्रीय उत्खनन कर्मशाला गेवरा के कर्मचारी को वंचित किया जाता है जो समझ से परे है। महिला कर्मचारियों को आवास आवंटित किया जाए। प्रत्येक शॉप में महिला कर्मचारी के लिए अलग से टॉयलेट बाथरूम बनवाया जाए। यदि कोई महिला के साथ अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी जवाबदारी प्रबंधन की होगी। सेफ्टी शू कर्मचारियों को प्रदान किया जाए, मेडिकल बिल व टीए बिल का भुगतान एक माह के भीतर कराया जाए। ठेका कामगारों के पीएफ पेमेंट स्लिप सेफ्टी शू व मेडिकल सुविधा दिया जाए। जनरल मजदूर केटेगरी को जल्दी पदोन्नत किया जाए। टर्नर, मशीनीस्ट, वेल्डर को श्रम डंगरी प्रदान किया जाए।