December 24, 2024

लोक पर्व छेरछेरा की रही धूम, लोगों में दिखा उत्साह

0 सुबह से ही छेरछेरा मांगने निकली बच्चों की टोलियां
कोरबा।
छत्तीसगढ़ का लोक पर्व छेरछेरा धूमधाम के साथ मनाया गया। यह पर्व पौष पूर्णिमा के दिन खास तौर पर मनाया जाता है। यह अन्न दान का महापर्व है। छत्तीसगढ़ में यह पर्व नई फसल के खलिहान से घर आ जाने के बाद मनाया जाता है। सुबह से ही बच्चे, युवक व युवतियां हाथ में टोकरी, बोरी आदि लेकर घर-घर छेरछेरा मांगते रहे। वहीं युवकों की टोलियां डंडा नृत्य कर घर-घर पहुंचती रही। धान मिंजाई हो जाने के चलते गांव में घर-घर धान का भंडार होता है, जिसके चलते लोग छेरछेरा मांगने वालों को दान करते हैं। साथ ही शहरी अंचलों में भी छेरछेरा की धूम रही।
छेरछेरा त्योहार गुरुवार को मनाया गया। इस दिन पौष माह की पूर्णिमा तिथि है। छेरछेरा त्योहार का कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता है। पूर्णिमा तिथि को दिन-रात शुभ माना जाता है। छत्तीसगढ़ में छेरछेरा त्योहार जब किसान अपने खेतों से फसल काट एवं मिंजाई कर अन्न को अपने घरों में भंडारण कर चुके होते हैं तब यह पर्व पौष माह की पूर्णिमा तिथि अर्थात जनवरी के महीने में मनाते हैं। यह पर्व दान देने का पर्व है। किसान अपने खेतों में साल भर मेहनत करने के बाद अपनी मेहनत की कमाई धन को दान देकर छेरछेरा त्योहार मनाते हैं।
0 थाना प्रभारी से छेरछेरा पाकर खिले चेहरे

जिले में छत्तीसगढ़ का परंपरिक लोक पर्व छेरछेरा उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर चारों तरफ खुशियां ही खुशियां देखने को मिली। इस पर्व को लेकर बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बच्चों की टोली हाथों में थैला लेकर छेरछेरा मांगने के लिए निकल पड़ी थी। इस दौरान ढोल ताशे के साथ बच्चे बालको थाना पहुंचे और प्रभारी से छेरछेरा मांगा। थाना प्रभारी ने भी बच्चों को निराशा नहीं किया और छेरछेरा के रुप में नकदी रकम दिया जिससे बच्चे खुश हो गए।

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