विस्थापितों का 9 माह से जारी है प्रदर्शन, फिर भी नहीं मिला रोजगार
0 एनटीपीसी के भू-विस्थापितों ने समस्या निराकरण के लिए स्वतंत्र समिति बनाए जाने की रखी मांग
कोरबा। एनटीपीसी के भू-विस्थापित नौकरी व बचे जमीन का मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। भू-विस्थापित 286 दिन अर्थात् 9 माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हुआ है।
भू-विस्थापितों ने कहा कि एनटीपीसी कोरबा के खिलाफ आम सूचना अनुसार नौकरी तथा अधिग्रहण के समय, बचे जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर 22 अप्रैल 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। ग्राम चारपारा के 3 भू-विस्थापित विनय कुमार कैवर्त, रामकृष्ण केवट, राकेश कुमार केवट अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहले भीषण गर्मी फिर बरसात और अब ठंड में तानसेन चौक में बैठे हुए हैं। 286 दिन से अधिक हो रहे हैं अभी तक भू-विस्थापितों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। पुन: 1 फरवरी को कलेक्टर से भू-विस्थापितो की मांग के संबंध में निराकरण के लिए बनी समिति के संबंध में पत्र प्रेषित किया गया। जिसमें शिकायत की गई कि अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे भू-विस्थापितों की समस्या निराकरण के लिए बनी समिति के अध्यक्ष व सदस्य की जगह स्वतंत्र समिति के द्वारा कराई जाए। शिकायत के तौर पर 9 माह से देख रहे मामले को प्रशासनिक अधिकारी समिति के अध्यक्ष दिनेश नाग अपर कलेक्टर, रिचा सिंह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटघोरा व समिति के सदस्य और तहसीलदार अभी तक जमीन की जांच नहीं करवा पाए हैं। भू-विस्थापितों को गुमराह और परेशान कर बैठक और समिति के नाम से प्रताड़ित कर रहे हैं। इसके अलावा समिति के सदस्य एनटीपीसी प्रबंधन कोरबा बैठक में संबंधित दस्तावेज न लाकर बैठक से दस्तावेज या जानकारी नहीं है कह कर चले जाते हैं। समिति ने इस संबंध में बीते 29 जनवरी को बैठक रखी और अब 26 फरवरी को बैठक को रख रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक मांग का निराकरण नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।