कोरबा सीट पर नारी शक्तियों के बीच होगा मुकाबला
0 मौजूदा सांसद ज्योत्सना पर कांग्रेस ने फिर जताया भरोसा
0 एक ही समय में महापौर, विधायक और सांसद की पदवी हासिल करने वाली सरोज पर कमल खिलाने का जिम्मा
कोरबा। संसदीय कोरबा लोकसभा क्षेत्र को अपनी सीट के लिए कांग्रेस का दावेदार भी मिल गया। भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही अपना कैंडीडेट उतार दिया है और शुक्रवार को कांग्रेस ने भी अपने अधिकृत उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। खास बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सामने आई दूसरी खिलाड़ी भी महिला है। भाजपा से जहां राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस से मौजूदा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने उनका सामना करने कमर कस ली है। इस बार कोरबा की सीट फतेह करने की रेस में दोनों प्रमुख प्रतिद्वंद्वी महिला हैं। तेजतर्रार, स्वच्छ छवि, वाकपटुता, शीर्ष संगठन से मजबूत पकड़ की अपनी अद्भुत योग्यता और कुशलता के बूते टिकट हासिल करने वाली सरोज अपने राजनीतिक करियर में तीसरी बार लोकसभा के चुनाव मैदान में हैं। उधर सौम्य-सरल और बेदाग छवि के लिए पहचानी जाने वाली नेत्री ज्योत्सना महंत दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। इससे समझा जा सकता है कि मुकाबला कितना रोचक होने वाला है।
कोरबा की सीट पर भाजपा की ध्वज वाहक बनीं तेजतर्रार नेत्री सरोज पांडेय दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं। वर्ष 2000 में पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं। वर्ष 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं। वर्ष 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी। वर्ष 2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय महासचिव रहीं। वर्ष 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सदस्य बनीं, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था। बीजेपी उम्मीदवार सरोज पांडेय को पार्टी की कद्दावर महिला नेत्री के रूप में पहचाना जाता है। दुर्ग जिले की रहने वाली सरोज को लोकसभा चुनाव 2024 में कोरबा से टिकट देकर मैदान सौंप दिया है। सरोज पांडेय देश की एकमात्र राजनीतिज्ञ और महिला नेत्री हैं, जिनके नाम मेयर की चेयर पर काबिज रहते पहले विधानसभा और फिर दुर्ग सीट से लोकसभा का चुनाव जीतने का अनोखा कीर्तिमान दर्ज है। एक ही समय में महापौर, विधायक और सांसद की पदवी हासिल करने का यह विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए नामित किया गया था। इतना ही नहीं सरोज पांडेय के नाम दो कार्यकाल, यानी लगातार 10 साल तक तक दुर्ग से मेयर के रूप में सबसे लंबे कार्यकाल तक आसीन रहने का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने महापौर रहते हुए सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार भी जीता है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, सक्ती विधायक व कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. चरणदास महंत की धर्मपत्नी ज्योत्सना चरणदास महंत पर दोबारा विश्वास जताते हुए पार्टी ने उन्हें कोरबा सीट जीत लाने का जिम्मा दिया है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डॉ. महंत सक्ती से विधायक चुने गए थे और उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद वर्ष 2019 में डॉ. महंत की जगह ज्योत्सना को टिकट दी गई और वे पहली बार चुनाव मैदान में उतरी और भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को परास्त कर महंत ने 26 हजार मतों से सांसद निर्वाचित हुई। 17वीं लोकसभा चुनाव में ज्योत्सना महंत ने प्रचंड मोदी लहर में भी जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से कांग्रेस ने केवल दो जीती थी, जिसमें से एक ज्योत्सना महंत थीं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को चुनाव हराया था। ज्योत्सना महंत को कुल 5,23,410 (46 फीसदी) वोट मिले। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को 26,349 वोट से चुनाव हराया। ज्योतिनंद दुबे को 4,97,061 (44 फीसदी) वोट मिले। वोट के प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो ज्योतिनंद दुबे केवल दो प्रतिशत वोटो से चुनाव हारे थे। ऐसे में साफ है कि कोरबा सीट पर लड़ाई दिलचस्प होने जा रही है।