कोयला स्टॉक में लगी आग, दमकल विभाग को सूचना देने की बजाय खुद ही बुझाते रहे आग
0 कोल स्टॉक में लगातार आग लगना सवालों के घेरे में
कोरबा। रेलवे स्टेशन के समीप स्थित निजी कोल साइडिंग में कोयले की ढेर से धुआं निकलने लगा। धुआं देखते ही देखते आग में तब्दील हो गया। कर्मचारी कोयले में लगी आग को बुझाने दमकल विभाग को सूचना देने की बजाय खुद ही प्रयास करते रहे, लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी। देर रात तक कोयला स्टॉक में आग की लपटें निकलती रही। जिस तरह से प्राइवेट कोल साइडिंग में आग लगने की घटना हो रही है, उससे मामला संदेह के दायरे में आ गया है। इसका खुलासा संबंधित अधिकारियों की जांच से हो सकता है।
दरअसल कोरबा रेलवे स्टेशन में सेकंड एंट्री के समीप निजी कोल साइडिंग बनाया गया है। यहां खदानों से निकलने वाली ओवर लोड मालगाड़ी से कोयला को खाली कराया जाता है। इस कोयले को भारी वाहनों की मदद से संबंधित को भेजा जाता है। इसके लिए संदेश ट्रेडर्स नामक कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी द्वारा विभिन्न क्षेत्र में भेज जाने वाले मालगाड़ी से कोयले को खाली करा साइडिंग में रखा गया है। कोयले का स्टॉक पहाड़ का रूप ले चुका है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह लोगों की आवाजाही चल रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों की नजर कोल स्टॉक पर पड़ी, जिससे धुआं निकल रहा था। इसकी जानकारी कंपनी के कर्मचारियों को भी मिली। वे मौके पर पहुंचे तो धुआं आग के रूप में तब्दील हो चुका था। इस आग ने कोयला के स्टॉक के अधिकांश हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था, जिसे सामान्य रूप से पानी का छिड़काव कर बुझा पाना संभव नहीं था। इसके बावजूद कर्मचारी दमकल विभाग को सूचना देने की बजाय खुद ही पानी का छिड़काव कर आग बुझाने का प्रयास करते रहे। इसके लिए समीप ही स्थित डबरीनुमा गड्ढे में पाइप लगाकर पानी की व्यवस्था की गई थी।
कर्मचारियों ने लगातार प्रयास के बाद काफी हद तक आग पर काबू तो पाया, लेकिन पूरी तरह बुझा नहीं सके। देर शाम तक कोल स्टॉक से आग की लपटें निकलती रही। खास बात तो यह है कि रेलवे स्टेशन के समीप स्थित प्राइवेट कोल साइडिंग में कोयले के स्टॉक पर आग लगने की पहली घटना नही है। यहां आए दिन कोयल की ढेर में आग लग रही है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों में चर्चा सरगर्म है कि अरजेस्टमेंट के नाम पर बड़ा खेल खेला जा रहा है। हालांकि इस बात का खुलासा खनिज सहित संबंधित विभागों की जांच से हो सकता है। रेलवे स्टेशन के सेकंड एंटी के समीप प्राइवेट कोल साइडिंग का निर्माण किया गया है। कोल साइडिंग में प्रतिदिन भारी मात्रा में मालगाड़ी से कोयला खाली किया जाता है, जिससे उड़ने वाली धूल के कारण सेकंड एंट्री से आवजाही करने वालों को परेशानी होती है। खास बात तो यह है कि कोयले के स्टॉक में आए दिन आग लगने की घटना घटित हो रही है। इस दौरान कोयले की ढेर से निकलने वाले धुआं के कारण आसपास का क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है।