November 7, 2024

एसईसीएल में दिखा होली का रहा असर, उत्पादन में भारी गिरावट


0 दैनिक लक्ष्य 8 लाख 38 हजार के मुकाबले 3 लाख 28 हजार टन कम उत्पादन
कोरबा। होली पर्व को लेकर एसईसीएल के कोयला उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई। दैनिक उत्पादन लक्ष्य से 3 लाख 28 हजार टन कम कोयले का उत्पादन हुआ। यह मार्च माह में अब तक का सबसे कम उत्पादन है। रोजाना 8 लाख 38 हजार टन कोयला उत्पादन का टारगेट दिया गया है। इसके मुकाबले होली के दिन 25 मार्च को 5लाख 10 हजार टन कोयला का उत्पादन किया गया।
एसईसीएल को इस वित्तीय वर्ष में 197 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पैच का टारगेट दिया गया है। उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने एसईसीएल को मार्च में 25.98 मिलियन टन कोयला का उत्पादन करने का टारगेट है। इसे लेकर दैनिक कोयला उत्पादन लक्ष्य भी निर्धारित किया जाता है। इसके अनुसार रोजाना खदानों से 8 लाख 38 हजार टन कोयला का उत्पादन किया जाना है। मार्च में कोयला उत्पादन ने रफ्तार पकड़ी है। डेली लक्ष्य से कहीं अधिक 8 लाख 50 हजार टन से भी ज्यादा कोयला का उत्पादन हो रहा है, लेकिन होली पर्व के दिन कोयला उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई। 8 लाख 38 हजार टन दैनिक लक्ष्य के मुकाबले 5 लाख 10 हजार टन कोयला का खनन किया गया, जो दैनिक लक्ष्य से तीन लाख 28 हजार टन कम है। होली पर्व के दिन खदानों में उपस्थिति कम रहती है। लोग अपने परिवार, रिश्तेदारों के साथ होली खेलते हैं, जिसकी वजह से कार्यालयों में छुट्टी भी घोषित की गई थी। इसका असर एसईसीएल की कोयला खदानों में भी देखने को मिला। होली पर्व के दौरान जहां कोयला उत्पादन में गिरावट आई तो डिस्पैच की रफ्तार भी धीमी रही। एसईसीएल को रोजाना 5 लाख 69 हजार टन कोयला का डिस्पैच करना है। इसके मुकाबले 25 मार्च को लगभग 2 लाख टन कोयला का डिस्पैच किया गया। जो लक्ष्य से तीन लाख 69 हजार टन कम था। हालांकि आगामी दिनों में कोयला उत्पादन और डिस्पैच की रफ्तार पहले की तरह जारी रहने की उम्मीद अधिकारियों ने जताई है।
0 180 एमटी के पार पहुंचा उत्पादन आंकड़ा
एसईसीएल ने अपने स्थापना से अब तक के सर्वाधिक उत्पादन का रिकॉर्ड पहले ही तोड़ दिया है। इस वित्तीय वर्ष उत्पादन का नया कीर्तिमान बनाने की दिशा में एसईसीएल अग्रसर हो गया है। 197 मिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य के मुकाबले 25 मार्च तक की स्थिति में 181.82 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया जा चुका है। वहीं डिस्पैच की बात करें तो 197 मिलियन टन के मुकाबले 177.26 मिलियन टन कोयला का उठाव हो चुका है। अब उत्पादन व डिस्पैच का टारगेट पूरा करने क्रमश: लगभग 15 व 20 मिलियन टन का आंकड़ा पूरा करना होगा।

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