एटक से संबद्ध एल्यूमीनियम एम्प्लाइज यूनियन बालकोनगर का मनाया गया 50वां वार्षिक सम्मेलन
0 वक्ताओं ने किया संबोधित, विभिन्न मुद्दों को लेकर किया जाएगा आंदोलन
कोरबा। ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस एटक से संबद्ध एल्यूमीनियम एम्प्लाइज यूनियन बालकोनगर का 50वां वार्षिक सम्मेलन 31 मार्च को बालकोनगर स्थित यूनियन कार्यालय में मनाया गया। सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ राज्य एटक के महासचिव कॉ. हरिनाथ सिंह ने झंडारोहण कर आयोजित वार्षिक सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया। इसके बाद शहीदों के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। सम्मेलन के मुख्य वक्ता चांपा से एटक के वरिष्ठ नेता कॉ. महेश बनाफर रहे। शुरुआत में मंचस्थ सभी अध्यक्षीय अतिथियों कॉमरेड महेश बनाफर, कॉमरेड हरिनाथ सिंह, कॉमरेड एम.एल. रजक, कॉमरेड एस.के. सिंह का स्वागत किया गया।
एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन (एटक) के महासचिव कॉ. हरिनाथ सिंह ने वर्ष 2023 का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इसमें उल्लेखित 10 मुद्दों का उल्लेख करते हुए प्रस्तावित आंदोलन की बात कही। बालको एटक के महासचिव कॉ. सुनील सिंह ने कहा कि आज एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन का 50वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित होने के साथ-साथ इस यूनियन की 50वीं वर्षगांठ भी है। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित सभी साथियों को बधाई देते हुए उनसे एटक को मजबूत करने का भी आह्वान किया।
बालको एटक के महासचिव कॉ. सुनील सिंह के प्रस्तुत किए गए रिपोर्ट का सभी साथियों ने करतल ध्वनि के साथ समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बालको संयंत्र में आज ठेका श्रमिकों को जो भी वेतन सुविधा मिल रही है वह सभी एटक यूनियन की ही देन है। उन्होंने सभी से एटक यूनियन को मजबूत करने के लिए कहा। छत्तीसगढ़ राज्य एटक के महासचिव कॉमरेड हरिनाथ सिंह ने रिपोर्ट का समर्थन करते हुए कहा कि देश के मजदूर और किसानों पर सबसे ज्यादा हमले और शोषण केंद्र सरकार के द्वारा ही किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने बहुत सारे वादे किए हैं, लेकिन 10 साल पूर्ण होने के बाद भी वह उन वादों पर खरा नहीं उतर सकी है। केंद्र सरकार ईडी और सीबीआई का सहारा लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं को झूठे केस में फंसा कर जेल भेज रही है। ऐसी सरकार को इस लोकसभा चुनाव में हमें सत्ता से उखाड़ फेंकना है। उन्होंने कहा कि बालको संयंत्र में मजदूरों का बहुत ज्यादा शोषण हो रहा है। यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। बालको में बहुत सारे ट्रेड यूनियन हैं, लेकिन इस संबंध में किसी के द्वारा कुछ नहीं कहा जा रहा है। बालको के ठेका श्रमिकों को जो सुविधाएं आज मिल रही हैं उनको वह लड़कर दिलवाया गया था, लेकिन यह सारी सुविधाएं धीरे-धीरे प्रबंधन छिनते जा रहा है। इस पर हमको गहन चिंतन करना होगा, नहीं तो आने वाले समय में बालको के मज़दूरों पर बड़ा खतरा आने वाला है।
अतिथियों के उद्बोधन के बाद अध्यक्ष मंडल द्वारा यूनियन की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। अध्यक्ष एसके सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष एमएल रजक, उपाध्यक्ष हरिनाथ सिंह, धर्मेंद्र तिवारी, रामायण यादव, संतोषी बरेठ, महासचिव सुनील सिंह, सहायक महासचिव जी नरसिम्हा राव, धर्मेंद्र सिंह, सचिव मनीष नाग, अविनाश सिंह, अभिषेक मिश्रा, पीके वर्मा, संगठन मंत्री अनूप सिंह, कोषाध्यक्ष ताराचंद कश्यप, स्थाई आमंत्रित सदस्य में आलेख मलिक, लल्लू राव, डी श्रीनिवास, अजय यादव, धर्मेंद्र शाह, फुलेंद्र पासवान, विजय लक्ष्मी चौहान के अलावा 101 सदस्यों की कार्यकारिणी सदस्य चुने गए। सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
0 वे प्रस्ताव जिन पर किया जाएगा आंदोलन
बाहरी भर्ती बंद कर बालको कारखाना के आसपास की श्रमिक बस्तियों के बेरोजगार महिला पुरुषों को संयंत्र विस्तार व ऑपरेशन में भर्ती में प्राथमिकता दी जाए। बालको में बीएससी-बीकॉम की सीधी भर्ती कर मैन पावर दुरुस्त किया जाए। ठेका कर्मचारियों का जनरल प्रमोशन या टाइम बांड प्रमोशन किया जाए। बालको में कार्यरत ठेका कर्मचारियों को प्रोडक्शन इंसेंटिव दिया जाए। जिन ठेका कर्मचारियों को अप्रैल 2022 में हुए एलटीएस में शामिल किया गया है उनको अभिलंब कैटेगरी दिया जाए। स्थायी एवं अस्थायी रूप से काम कर रहे ठेका कर्मचारियों को कैंटीन भत्ता दिया जाए। बालको में कार्यरत ठेका कर्मचारियों को टाउनशिप में एक न्यूनतम किराए पर आवास आवंटित किया जाए। फिक्स्ड टर्म एम्पलॉयमेंट खत्म किया जाए। उप ठेका प्रथा खत्म किया जाए एवं जो ठेका कर्मचारी नियमित प्रवृत्ति के काम पर लगे हुए हैं उनको बालको में नियमित किया जाए।