सांड ने वृद्ध को पटका, हालत गंभीर
कोरबा। शहर में इन दिनों सांड बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं। आम रास्तों, मुख्य मार्गों से लेकर गलियों और मोहल्ले में इनका जमघट सहज देखा जा सकता है। यह एकाएक उग्र हो जाते हैं, आपस में ही लड़ने लगते हैं, सड़क पर दौड़ने लगते हैं और मन पड़ा तो किसी को भी उठाकर पटक देते हैं। शनिवार की सुबह करीब 8.30 बजे निहारिका मार्ग में एक बिफरे सांड ने बीच सड़क पर आतंक मचाया। उसने रास्ते से गुजर रहे एक वृद्ध को उठाकर पटक दिया। वृद्ध की हालत गंभीर बताई जा रही है, उनकी पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है, लेकिन इस तरह की घटना ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।
एक समय था जब कुछ महीना पहले सड़क पर विचरण करने वाले मवेशियों खासकर सांडों को निगम अमला उठाकर ले जाता था, लेकिन आयुक्त बदलने के बाद यह सब रुक गया है। सड़क के किनारे भले ही मवेशी मुक्त सड़क का बोर्ड लग गया हो लेकिन सड़क, गलियां अभी भी सांडयुक्त हैं। राह चलते लोगों के लिए जहां यह सांड मुसीबत का कारण बन रहे हैं, वही सड़कों पर जुगाली करते बैठे या खड़े होकर विचरण करते मवेशियों के कारण छोटे-बड़े हादसे फिर से होने लगे हैं। समस्या बढ़ रही है किंतु निराकरण के लिए कोई ठोस पहल और कार्य नहीं हो रहे। सरकार बदलने के साथ ही गौठान योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई है। मवेशी पहले भी सड़कों पर थे और अब भी सड़कों पर हैं, फिर इनका सरकार बदलने से क्या वास्ता, व्यवस्था नहीं बदलनी चाहिए। कांजी हाउस का भी कोई माई-बाप नहीं, अगर यह चल रहे हैं तो वो भी भगवान भरोसे। सब कुछ अंतत: पब्लिक को ही सहना है।