होम आईसोलेटेड मरीज को 24 घंटे चालू रखना होगा आरोग्य सेतु एप्प.. दिन में दो बार तापमान और पल्स की स्वयं करनी होगी जांच
आईसोलेटेड मरीज के परिवार के सदस्यों को भी दिया जाएगा प्रोफाइलेक्टिक डोज
कोरबा 07 सितंबर 2020. होम आईसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीज को होम आईसोलेशन प्रोटोकाॅल का सख्त पालन करना होगा। होम आईसोलेशन प्रोटोकाॅल के अनुसार मरीज द्वारा अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप्प को डाउनलोड करना होगा और 24 घंटे एप्प पर नोटिफिकेशन और लोकेशन ट्रेसिंग को भी आॅन रखना होगा। मरीज की देखभाल करने वाले अटेंडेंट तथा परिवार के सदस्यों को चिकित्सीय सलाह के अनुसार हाइड्राॅक्सीक्लोरोक्वीन की प्रोफाइलेक्टिक डोज प्रोटोकाॅल के अनुसार दिया जाएगा। आईसोलेटेड मरीज 17 दिन की आईसोलेशन अवधि में किसी भी स्थिति में अपने घर से बाहर नही निकल सकेंगे। जिले के स्वास्थ्य दल द्वारा प्रतिदिन मरीज या उनके अटेंडेंट को काॅल किया जाएगा। स्वास्थ्य दल के सभी काॅल का जवाब मरीज या अटेंडेंट द्वारा देना अनिवार्य होगा और उन्हें प्रतिदिन मरीज की स्वास्थ्य स्थिति की सही जानकारी भी देना होगा। यदि मरीज के परिचय में कोई चिकित्सक उनकी प्रतिदिन जांच करने के लिए उपलब्ध है तो उनके द्वारा मरीज की क्लीनिकल स्थिति की जांच करनी होगी। मरीज को हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहनकर रहना अनिवार्य होगा। मास्क को आठ घंटे तक उपयोग करने या गीला या गंदा हो जाने पर बदलना होगा। मास्क को बंद कूड़ेदान में फेंकने से पहले मास्क पर एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड साॅल्युशन का छिड़काव करना होगा। होम आईसोलेशन वाले घर को नियमित रूप से एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड साॅल्युशन से सेनेटाइज करना होगा। इस साॅल्युशन का इस्तेमाल घर की सफाई जैसे पोंछा लगाने और अक्सर छुए जाने वाले सतहों जैसे स्विच बोर्ड, खिड़कियां, कुर्सी, टेबल, अलमारी इत्यादि को साफ करने के लिए किया जा सकता है। इस साॅल्युशन के द्वारा शौचालय की भी सफाई की जा सकती है।
आईसोलेटेड मरीज को रखनी होगी स्वास्थ्य की सतत निगरानी
होम आईसोलेशन मेे रहने वाले मरीज को दिन में दो बार या कभी भी बुखार महसूस होने पर अपना स्वास्थ्य परीक्षण स्वयं करना होगा। मरीज को थर्मामीटर से अपना तापमान लेना होगा। आश्रित मरीजो के मामले में अटेंडंेट द्वारा तापमान चेक किया जा सकता है। अटेंडेंट को तापमान जांचने से पहले व बाद में मास्क और डिस्पोजेबल ग्लब्स का प्रयोग करना और हाथ धोना अनिवार्य होगा। मरीज को प्रतिदिन दिन में दो बार एक मिनट के लिए अपनी पल्स की जांच करनी होगी। तापमान, पल्स रेट या और कोई अन्य लक्षण महसूस होने पर चेकअप के लिए आने वाले रोजाना फोन काॅल पर स्वास्थ्य दल को बताना होगा। मरीज में बुखार के अलावा कोविड-19 के अन्य लक्षण जैसे सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द, होठो व चेहरों का नीला पड़ जाना तथा आॅल्टर्ड सेंसोरियम नजर आने पर अटेंडेंट या मरीज के परिजन द्वारा फोन पर स्वास्थ्य दल को तुरंत इसकी जानकारी देनी होगी। मरीज को आईसोलेशन के दौरान अपने कमरे में ही रहना होगा तथा चिन्हित शौचालय का ही उपयोग करना होगा। आईसोलेशन प्रोटोकाॅल के अनुसार मरीज द्वारा डाॅक्टर के निर्देशो का पालन करना होगा। नियमित दवाईयां लेनी होगी तथा घर के अन्य लोगो के साथ बर्तन, तौलिए तथा अन्य उपयोग की वस्तुओं को साझा करने की मनाही होगी। मरीज द्वारा आईसोलेशन के दौरान किसी भी प्रकार का नशा, शराब तथा धूम्रपान करना मना रहेगा।