November 24, 2024

संसार में माता पिता ही ईश्वर के रूप हैं- पं. दयानंद महाराज


हरदीबाजार। इस धरती पर हमारे माता-पिता ही साक्षात ईश्वर रूपी अंश हैं। माता-पिता की सेवा करना ईश्वर की आराधना का दूसरा नाम है। माता-पिता की सेवा से बढ़कर संसार में कोई सेवा नहीं है आज माता-पिता को गंगाजल नहीं, केवल नल के जल की जरूरत है। यदि हम समय पर उनकी प्यास बुझा सके तो इसी धरती पर स्वर्ग है। यह विचार ग्राम भलपहरी में राठौर परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान पंडित दयानंद कृष्ण महाराज ने व्यक्त किए। राठौर परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का चतुर्थ दिवस संपन हुवा। श्रीमद् भागवत कथा सुनने आसपास के क्षेत्रवासी कथा का श्रवण कर रहे हैं कथा के मुख्य यजमान गोकुल राठौर, मंजुलता गोकुल राठौर, रघुवर राठौर, राम सिंह राठौर एवं समस्त राठौर परिवार इस कथा का रसपान कर रहे हैं।

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