मलगांव समेत आसपास के गांवों में पेयजल की किल्लत
0 ग्रामीण सहित मवेशियों के लिए बढ़ी परेशानी, बोर कुआं हैंडपंप व तालाब सूखे
0 नल-जल योजना की टंकी तो बनी, पर नहीं हो रही पानी की आपूर्ति
-विनोद उपाध्याय
कोरबा (हरदीबाजार)। एसईसीएल दीपका खदान क्षेत्र के नजदीक के कुछ गांव के अधिकांश बोर, कुआं, हैंडपंप व अन्य जलस्त्रोत पूरी तरह से सूख चुके हैं। निस्तारी के लिए तालाब था, वह भी गर्मी में पूरी तरह से सूख गया है, जिससे जल संकट की स्थिति निर्मित हो रही है। खदान के कारण आसपास के गांवों के ग्रामीणों की पेजयल की समस्या गंभीर बनी हुई है। मवेशी सहित अन्य जानवर भी परेशान हो रहे हैं।
मलगांव के ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना के तहत गांव में पानी टंकी बनाया गया है, लेकिन घरों तक पानी ही नहीं पहुंच रहा है। मोहल्ले के रहवासी किसी तरह से अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। कई स्थानों में टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। दोपहर 12 से 1 बजे मोहल्ले में टैंकर के पहुंचते ही भीषण गर्मी में महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। लोग पानी के लिए बर्तन लेकर टैंकर के पास पहुंचते हैं। लंबी कतार में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है। अधिकांश लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है। जल्द पानी व्यवस्था करने की मांग की गई है।
ग्रामीण बताते हैं कि खदान से गांव की दूरी 500 मीटर की है। इस भीषण गर्मी में हमें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खदान का पानी तालाब में भरवाने से निस्तारी के साथ मवेशियों को भी पीने के लिए पानी उपलब्ध हो जाएगा। इस भीषण गर्मी में बोर व तालाब सूखने के कारण निस्तारी के लिए काफी दिक्कतें आ रही हैं। खदान के ब्लास्टिंग से घरों में दरार आ गए हैं। घरों में रहना मुश्किल हो रहा है। गांव में एक टैंकर भरी दोपहरी में आता है। इसमें कुछ लोगों को ही पानी मिलता है। खदान नजदीक होने के कारण घर का बोर, कुआं पूरी तरह से सूख गया है। टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है, जो पर्याप्त नहीं है। घर के लोगों को पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने एसईसीएल प्रबंधन से गांव में पानी का टैंकर और बढ़ाने की मांग की है, जिससे सभी लोगों को पानी मिल सके।