November 7, 2024

ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों की हालत खराब

0 भीषण गर्मी में करना पड़ रहा है ट्रेन का इंतजार
कोरबा।
गर्मी में ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों की हालत खराब कर रही है। कोरबा से जाने और आने वाली ट्रेनें रोजाना घंटों लेट चल रही है। तापमान 40 डिग्री के आसपास होने से यात्री ट्रेन के इंतजार में खासे परेशान हो रहे हैं। आउटर से पहले खड़ी ट्रेनों में यात्रियों को पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है।
लेट होने वाली अधिकांश ट्रेनें लंबे रूट की हैं। इस समय गर्मी भी बेहाल करने लगी है। ऐसे में ट्रेनों की लेटलतीफी यात्रियों की परेशानी बनी है। यात्रियों की शिकायत है कि स्टॉपेज न होने के बावजूद ट्रेनों को रोक दिया जाता है। आउटर से पहले ट्रेनें रोक दी जाती हैं, जहां पानी तक नहीं मिलता है। सबसे ज्यादा दिक्कत साधारण डिब्बों में यात्रा करने वाले लोगों को होती है। अधिकारी तर्क देते हैं कि स्पेशल ट्रेनें चलाने पर लोड बढ़ता है। सुपरफास्ट ट्रेनों को निकालने के लिए अन्य ट्रेनों को रोकना पड़ता है। जबकि यात्रियों का कहना है कि अधिक कोयला ट्रांसपोर्टिंग भी ट्रेनों के लेट होने की प्रमुख वजह है। रविवार को कम दूरी की पैसेंजर ट्रेनों ने यात्रियों को खासा रूलाया। रायपुर-बिलासपुर लोकल मेमू 1.15 घंटे, झारसुगुड़ा-गोंदिया पैसेंजर ट्रेन 15 मिनट लेट चली वहीं सुबह आने वाली गेवरा-रायपुर पैसेंजर को रद्द कर दिया गया। यह पैसेंजर ट्रेन चांपा तक सही टाइम पर चली। उसके बाद मालगाड़ियों के कारण ये लेट होना शुरू हुई और करीब 14 मिनट से नैला स्टेशन पहुंची। इसके बाद ट्रेन को कई अघोषित स्टेशन में रोका गया। ट्रेन जांजगीर से 11.29 बजे चली और गतौरा 12.19 बजे पहुंच गई। यहां आउटर पर ट्रेन को रोक दिया गया।

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