कटघोरा के व्यापारी मंगलवार दुकान बंद करने के निर्णय पर सहमत
कोरबा। अनुविभागीय अधिकारी (रा) कटघोरा के सभागार में एसडीएम सरोज महिलांगे की अध्यक्षता में कटघोरा में सप्ताह में एक दिन मंगलवार को दुकान और बाजार बंद को लेकर सभी व्यापारी संघ की एक आवश्यक बैठक आहूत की गई थी। सभी व्यवसायी बंधुओं की लगातार हो रही मांग को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए सभी व्यवसायी से उनकी राय जानना चाहा। उपस्थित लगभग सभी व्यवसायियों ने एक स्वर में मंगलवार को दुकान रखने का निर्णय लिया।
बैठक में उपस्थित नगर पालिका अधिकारी ज्ञानपुंज कुलमित्र को भी एसडीएम ने एक दो दिन में नगर में मुनादी कराकर सूचना प्रसारित करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वहां उपस्थित सभी लोगो ने ध्वनिमत से प्रस्ताव पर एकस्वर में सहमति जताते हुए एसडीएम का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इसके बाद एसडीएम ने कहा कि आगामी 4 जून के बाद आचार संहिता समाप्त होते ही गुमास्ता एक्ट पर भी अग्रिम प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। तब तक आने वाले 28 मई मंगलवार से दुकान बंद होना शुरू हो जाएगा एवं वहां उपस्थित सभी व्यवसायियों से निवेदन भी किया गया कि आप अपने दुकान का सामान को रोड तक फैला कर न रखें यानी मतलब अतिक्रमण न करने को भी कहा गया। जो व्यवसायी दुकान बंद करने में सहयोग नही करेंगे उनको प्रशासन अपनी ओर से समझाइश देगी। नहीं मानने पर विधिवत कार्रवाई भी की जाएगी। सिर्फ आवश्यक सेवाओं जैसे मेडिकल, होटल,डेयरी आदि दुकानों को छूट की श्रेणी में रखा गया है। प्रशासन ने सभी से सहयोग करने की अपील भी की है।
कटघोरा पूर्व में हर मंगलवार को बंद होते आ रहा था, परंतु फिर बीच में दुकाने खुलने लग गई थी। इसको लेकर कटघोरा के व्यवसायियों ने कटघोरा के अग्रसेन भवन में व्यापारी सम्मेलन में छग शासन में उद्योग व श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कटघोरा के विधायक प्रेमचंद पटेल, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष योगेश जैन के समक्ष ये मुद्दा उठाया था। व्यापारियों की भारी मांग पर मंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुए इस पर कार्रवाई करने का पूरा भरोसा दिलाया था। इसके बाद सोमवार को जिलाधिकारी के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। इसमें कटघोरा के सभी व्यापारी संगठनों ने अपनी सहमति जताई। इनमें किराना व्यापारी संघ, कपड़ा व्यापारी संघ, जूता चप्पल व्यापारी संघ, मोबाइल एंड इलेक्ट्रॉनिक संघ, मनिहारी व जनरल स्टोर संघ, हार्डवेयर एंड टाइल्स ऑटोमोबाइल्स व इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल आदि शामिल हैं।