November 7, 2024

भरी दोपहरी में चना के लिए भटक रहे हितग्राही

0 2.53 लाख बीपीएल परिवार के कार्डधारी परेशान
कोरबा।
मई माह जल्द समाप्त हो जाएगा, इसके बाद भी 252 सरकारी राशन दुकानों सस्ता चना वितरण नहीं हो सका है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी का कहना है कि शासन से ही आवंटन नहीं होने से गोदामों में अब तक स्टॉक नहीं पहुंच सका है। तपती धूप में अपने हिस्से का चना पाने के लिए हितग्राहियों को राशन दुकानों का चक्कर काटना पड़ रहा है।
आदिवासी बाहुल्य जिला होने के कारण सरकारी उचित मूल्य दुकानों के सस्ता राशन में चावल, शक्कर नमक के साथ चना वितरण को भी शामिल किया गया है। जिले के 2.53 लाख बीपीएल परिवार के प्रत्येक राशन कार्ड में दो किलो चना देने का नियम है। समय पर आवंटन नहीं होने के कारण चना का वितरण नहीं किया गया। दुकानों में आवंटन नहीं आने की सूचना चस्पा नहीं किया गया। जिले में उचित मूल्य की 553 सरकारी दुकानें संचालित हैं। 301 दुकानों में चने का पुराना स्टॉक होने के कारण ई-पास बायोमैट्रिक मशीन से चना वितरण के विकल्प को खुला रखा गया था। चावल और शक्कर लेने के दौरान अंगूठा लगाने के कारण चना लेने वालों में नाम शामिल हो गया है। अब चने का आवंटन आने पर ही उन्हें वितरण किया जाएगा। अनियमित वितरण प्रणाली ने राशन के घालमेल की राह खोल दी है। बताना होगा कि शासन ने इस बार अप्रैल और मई माह का चावल एक साथ वितरण किया है। शक्कर और नमक एक माह का दिया गया। अप्रैल और मई का चना अभी बांकी है।

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