निशा को न्याय दिलाने करणी सेना का आंदोलन,प्रशासन और अपोलो प्रबंधन को दिया 30 दिन का अल्टीमेटम
शुभांश शुक्ला
बिलासपुर। 10 सितंबर निशा सिंह के मौत मामले में श्री राजपूत करणी सेना के द्वारा आज से 4 दिन पहले ही अपोलो प्रबंधन को दोषी डाक्टर असाटी पर कार्यवाही की मांग को लेकर आज दिनाँक तक का अल्टीमेटम दिया गया था।बावजूद इसके अपोलो प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की गई।जिसके बाद आज श्री राजपूत करणी सेना अपोलो अस्पताल का घेराव करने जा रही थी,लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अपोलो अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज होने का हवाला दिया गया।जिसके बाद इंसानियत के नाते मरीजो का ख्याल रखते हुए करणी सेना द्वारा आंदोलन का स्थान बदला गया और श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार के नेतृत्व में करणी सेना ने नेहरू चौक पहुच कर निशा सिंह के दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन दिया।
जिसके बाद मौके पर डिप्टी कलेक्टर आंदोलन को खत्म करने पहुँचे लेकिन करणी सैनिको ने अपोलो प्रबंधन के लोगो को भी बुलाने की मांग की। जिसके बाद आनन-फानन में अपोलो प्रबंधन से कुछ लोग धरना स्थल पहुचे। जहाँ करणी सेना द्वारा जिला प्रशासन और अपोलो प्रबंधन को 5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया,ज्ञापन लेने पश्चात प्रशासन ने अपोलो प्रबंधन को जल्द से जल्द मामले में कार्यवाही करने के निर्देश दिए।जिसपर अपोलो प्रबंधन ने कोरोना काल मे डॉक्टर और स्टाफ़ की कमी का हवाला देते हुए दोषी डॉक्टर पर कार्यवाही के लिए कुछ वक्त मांगा।इस पर श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने स्पष्ट रूप से 30 दिन के भीतर न्यायिक जांच की मांग की,मांग पूरी नही होने के स्थति में प्रदेशाध्यक्ष आलोक सिंह परिहार ने 30 दिन के बाद अपोलो अस्पताल परिसर और मुख्यमंत्री निवास के सामने उग्र प्रदर्शन करने की बात कही।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से करणी सेना महिला प्रदेश उपाध्यक्ष प्रतिज्ञा सिंह,महिला संगठन मंत्री जयश्री राजपूत,बिलासपुर जिला अध्यक्ष आरती राजपूत,रायपुर जिला अध्यक्ष अर्चना सेंगर,दुर्ग जिला प्रभारी आदित्य नारायण सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रदेश भर से करणी सैनिक उपस्थित रहे।