November 7, 2024

नई शिक्षा नीति के बाद बदलेगा पढ़ाई का स्टाइल, प्ले स्कूल की तर्ज पर संचालित होंगे सरकारी स्कूल

कोरबा। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद स्कूल में पढ़ाने का अंदाज को बदलने की तैयारी शुरू हो गई है। प्राइमरी स्कूल में हमेशा की तरह बच्चे चल रे मटके टम्मक टू कविता की बजाय आज हम भालू को गिनती सिखाएंगे कविता पर डांस बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र में संचालित प्राइमरी स्कूलों में शहर में संचालित प्ले स्कूल की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएगी। नए सत्र में बच्चों में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी और रुझान बढ़ाने व बच्चों का ज्ञान बढ़ाने के लिए शिक्षक क्लास रूम में डांसिंग मोड में पढ़ाई करवाएंगे। शिक्षक बच्चें के सामने नाच-नाच कर गिनती जोड़-घटाव, सामान्य ज्ञान सिखाने का प्रयास करेंगे। स्कूल खुलने से पहले शिक्षकों को इसके लिए ट्रेनिंग भी दी है। प्राथमिक स्तर के शिक्षकों को एक बच्चे के बुनियादी पाठ पढ़ने और आधारभूत गणित के सवालों (जैसे- जोड़ और घटाव) को हल करने की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना है। इसमें अब नए रूप में कविता को पढ़ाने का हुनर शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर सिखाएंगे। ट्रेनिंग के दौरान प्राइमरी के शिक्षकों को पुराने समय में जहां चल ले मटके टम्मक टू कविता को छोटे-छोटे बच्चे मटक मटक कर पढ़ते थे, उसमें अब बदलाव कर दिया जाएगा। वही अब नए जमाने के नए गीतों से स्कूलों में पढ़ाई करवाने की तैयारी की जा रही है।
0 नए तरीके से देंगे शिक्षा
नई शिक्षा नीति के तहत एजुकेशन सिस्टम में बदलाव किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में बच्चों की सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जानी है। अब शिक्षक क्लास रूम में बच्चों को नाच गाकर व कविता के माध्यम से पढ़ाई करवाएंगे। इसके साथ ही स्कूल व शिक्षा के प्रति बच्चों का रुझान बढ़ाने के लिए अलग-अलग एक्टिविटी के बारे में शिक्षकों को बताया जा रहा है।

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