कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर धूल के साए में पड़ रहा चलना, आए दिन हो रहे हादसे
कोरबा। कोयलांचल के लोगों के लिए निर्माणधीन फोरलेन कोरबा-कुसमुंडा मार्ग किसी बुरे सपने से कम नहीं है। फोरलेन को लेकर जो जन अकांक्षाए थी वह तो फिलहाल पूरी होती नजर नहीं आ रही है, इसके उलट मार्ग पर चलना तनिक भी आसान नहीं रह गया है। धूल के गुबार के कारण जिंदगी कब तमाम हो जाए, कहा नहीं जा सकता। पग-पग पर खतरा बना हुआ है।
जिले की बहुप्रतीक्षित निर्माणधीन फोरलेन कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर उड़ रही भारी धूल राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। यहां दो तीन मुख्य व्यवधानों को छोड़ दें तो सड़क पूरी तरह से बन चुकी है। ऐसे में भारी और चार पहिया वाहनों की रफ्तार बेहद बढ़ गई है, जिससे सड़क किनारे पड़े धूल डस्ट उनके पहियों से सीधे दोपहिया वाहनों के चेहरों पर पड़ रही है और उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा जा रहा है, जिससे वे कई बार दुर्घटना का शिकार भी हो रहे हैं। सर्वमंगला मुख्य मार्ग की उड़ती बेतहाशा धूल से हर कोई परेशान है। सड़क से उडऩे वाली धूल की रोकथाम के लिए ग्रामीणों ने आंदोलन भी किए, जिसमें आश्वासन रूपी समाधान की बात कही गई थी। कुछ दिन काम हुआ भी पंरतु उसके बाद स्थिति जस के तस ही है। फोरलेन सड़क में सबसे अधिक परेशानी 6 नंबर बैरियर डंपर पुल और बरमपुर मोड़ होते हुए सर्वमंगला पुल तक है। यहां धूल के गुबार के सामने दोपहिया वाहन चालक बेहद परेशानी का सामना कर रहे हैं।