November 7, 2024

नरईबोध के ग्रामीणों ने हैवी ब्लास्टिंग और पेयजल समस्या को लेकर की खदानबंदी

कोरबा। ग्राम नरईबोध के निकट कोयला खदान के संचालित होने से ग्रामीणों की समस्या बढ़ गई है। खदान में की जा रही हैवी ब्लास्टिंग के कारण ग्रामीणों के मकान में दरार आने लगी है। इसके अलावा ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इससे नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए खदान में मिट्टी निकासी का काम बंद करा दिया। साथ ही सड़क पर बैठ कर चक्काजाम कर दिया।
एसईसीएल की गेवरा खदान का विस्तार ग्राम नरईबोध तक पहुंच चुका है। खदान गांव के नजदीक तक पहुंच चुकी है। ऐसी स्थिति में खदान में चल रही हैवी ब्लास्टिंग के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन के समक्ष कई बार अपनी समस्याएं रखी, पर समस्या का समाधान नहीं हो सका। पूर्व में नरईबोध के ग्रामीण पानी, हैवी ब्लास्टिंग, रोजगार को लेकर खदान के काम को बंद कराए थे जिसमें एसईसीएल के अधिकारी गांव के स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने, पाइप लाइन से खदान के पानी को नरईबोध के तालाब में पानी भरने, नए बोर खोदने, पानी टैंकर से पानी की व्यवस्था करने की बात कहे थे। कुछ दिन कुछ घरों में पानी टैंकर कभी कभार आता था तो कभी नहीं आता, जिससे लोगों पानी की भारी समस्या होती थी। बार बार एसईसीएल के रवैये से क्षुब्ध हो रविवार को नरईबोध के ग्रामीण महिलाओं सहित सैकड़ों की संख्या में गेवरा खदान उतर कर खदान के मिट्टी खनन, कोयला खनन के काम दोपहर 12 बजे तक बंद करा दिया था।

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