सड़कों पर आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या, हादसों को दे रहे दावत
कुसमुंडा। गायत्री मंदिर चौक पर आए दिन शाम होते छुट्टा पशुओं की वजह से सड़क हादसे हो रहे हैं। हादसे के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है। लेकिन छुट्टा पशुओं सेे निजात दिलाने में न तो स्थानीय प्रबंधन और न ही निगम के अधिकारी रुचि ले रहे हैं।
छुट्टा पशुओं से लोगों की जान खतरे में पड़ रही है। स्थिति यह है कि वाहन चालक खाली सड़क में भी रफ्तार बढ़ाने से डरते हैं और सफर तय करने में ज्यादा समय लग रहा है।
सड़क पर जगह-जगह बैठे छुट्टा पशु हादसे की वजह बन रहे हैं। कुसमुंडा के मुख्य मार्ग पर पशुओं के बैठने से आए दिन बाइक चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। पिछले साल इसी मार्ग दुर्घटनाओं में गोवंशीय पशुओं अपनी जान गंवा बैठे थे।
आदर्श नगर कुसमुंडा गायत्री मंदिर चौक पर आवारा मवेशियों का झुंड देखा जा सकता है। तकरीबन 1 किमी के क्षेत्र में यह मवेशी बैठते हैं। इनको बचाने के चक्कर में वाहन चालक अपना नियंत्रण खो देते हैं। जिससे वे सड़क हादसों का शिकार हो जाते हैं। इसके साथ ही पुलिस थाना के सामने स्थित चौराहे में भी आवारा मवेशियों का डेरा जमा रहता है। कई बार यहां पर भी सड़क हादसे हो चुके हैं।
नगर पालिका द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से पशु मालिकों के हौंसले बुलंद है। आवारा मवेशियों से यातायात बुरी तरह वाधित हो रहा है, मुख्य मार्गों पर मवेशियों के जमघट से दुर्घटनाओं की आशंका तो बनी ही रहती है साथ ही आए दिन आवारा मवेशी वाहनों की चपेट मे आकर राहगीर घायल हो रहे हैं इसके अलावा गली-मोहल्लों में तो हालत और भी खराब है गली-मोहल्लों में आवारा मवेशियों के जमघट से नन्हे-मुन्हें बच्चे भयभीत रहते हैं। स्कूल जाने आने वाले बच्चों व रहवासियों पर तो कई बार भूख-प्यास से व्याकुल मवेशी हमला भी कर देते हैं। नगर प्रशासन द्वारा समय-समय पर आवारा मवेशियों के लिए इंतजाम किए गए हैं किन्तु अभी तक किए गए इंतजाम नकाफी साबित हुए है।
वहीं व्यापारियों ने कहां की इसकी सुध एस.ई.सी.एल. प्रबंधन के अलावा नगर निगम को लेना चाहिए जबकि यह मुख्य मार्ग है यहां से अधिकारी और कर्मचारी प्रतिदिन ड्यूटी के लिए जाना आना करते हैं