November 21, 2024

पैथोलॉजी के संचालन में मनमानी, 2 लैब को सीएमएचओ ने थमाया नोटिस

0 कई पैथोलैब में तकनीशियन ही नहीं, पैरामेडिकल स्टाफ के भरोसे लैब का संचालन
कोरबा।
जिले में अधिकांश पैथोलॉजी लैब का संचालन आवश्यक मापदंड से नहीं हो रहा है। इसका समय-समय पर परीक्षण नहीं होने के कारण कई लोग बिना तकनीशियन के ही इस तरह के लैब का संचालन कर रहे हैं। पैथोलैब की फ्रेंचाइजी हासिल कर लेने के बाद कई जगह तो पैरामेडिकल स्टाफ के सहारे काम चलाया जा रहा है, जबकि नियमत: एमबीबीएस, डीसीपी पैथोलॉजिस्ट के द्वारा ही पैथोलॉजी लैब का संचालन किया जा सकता है। मामला सीएमएचओ ने संज्ञान में लाए जाने पर 2 पैथोलॉजी लैब को नोटिस जारी कर वांछित जानकारी उपलब्ध कराने कहा है।
इस तरह का मामला कटघोरा में सामने आया है, जहां आश्चर्यजनक तरीके से एक एमबीबीएस, डीसीपी (पैथोलॉजिस्ट) डॉ. दिग्विजय सिंह की दो जगह पर उपस्थिति एक ही समय में दर्शित हो रही है। पैथोलॉजी लैब के स्थानीय संचालक (फ्रेंचाइजी) के द्वारा यह सब किया जा रहा है, जिसकी शिकायत पर नोटिस जारी हुई है। दरअसल डॉ. दिग्विजय सिंह रामकृष्ण हॉस्पिटल बिलासपुर में पदस्थ है, यहां वह अपनी सेवाएं देते हैं। एक मरीज जिसकी ब्लड जांच उनके द्वारा की जाती है और 25 जुलाई 2024 को वे उसे रिपोर्ट देते हैं। रामकृष्ण हॉस्पिटल में दोपहर रिपोर्ट देने के साथ उसकी बिलिंग होती है। दूसरी तरफ डॉ. दिग्विजय सिंह के नाम से कटघोरा के वार्ड 9 तिलक नगर गायत्री मंदिर केएस कॉम्प्लेक्स के पास बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम से पैथोलैब संचालित हो रहा है। यहां 25 जुलाई को ही एक अन्य मरीज का ब्लड जांच हेतु सैंपल सुबह 11.33 बजे रजिस्टर्ड होता है, 11.35 बजे सैंपल रिसिव्ड होता है और 1.48 बजे रिपोर्ट जारी कर दिया जाता है। बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर के द्वारा डॉ. दिग्विजय सिंह के नाम व हस्ताक्षर युक्त रिपोर्ट लगभग 2 घंटे के भीतर जांच होकर मिल जाती है जो आश्चर्यजनक है। बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर एक कलेक्शन सेंटर की तरह है और जांच करने का अधिकार डॉ. दिग्विजय सिंह को है जो कि उसी समय पर 12.13 बजे बिलासपुर में एक मरीज के सैंपल की जांच कर रिपोर्ट देते हैं। अब यह कैसे संभव है कि कटघोरा से सैंपल 2 घंटे के भीतर बिलासपुर चला भी जाता है और उसकी जांच भी होती है और कटघोरा आकर रिपोर्ट भी दे दिया जाता है। कुल मिला कर कहीं न कहीं कलेक्शन सेंटर में बिना तकनीशियन के ही सैंपल की जांच हो रही है। इसी तरह बांकीमोंगरा क्षेत्र में आस्था पैथोलॉजी लैब का भी संचालन बिना अनुमति के हो रहा है, ऐसी शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में हुई है। लैब संचालन द्वारा आवेदन किया गया है जो अभी प्रक्रिया में है, लेकिन दूसरी ओर सूत्र बताते हैं कि वह जांच-पड़ताल करते हुए रिपोर्ट भी जारी करने लगा है।
0 सीएमएचओ ने शपथ पत्र के साथ मांगा जवाब
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर कटघोरा व आस्था पैथोलॉजी लैब बांकीमोंगरा के संचालक को अलग-अलग नोटिस जारी किया गया है। कहा गया है कि उनके आवेदन में प्रस्तुत पैथोलॉजिस्ट के द्वारा उनकी संस्था में सेवा नहीं दी जा रही है। अतः उक्त संबंध में संस्था में कार्यरत पैथोलॉजिस्ट का नाम, संस्था में सेवा देने संबंधी 20 रुपये के स्टाम्प में शपथ पत्र व उक्त पैथोलॉजिस्ट के द्वारा संस्था में सेवा देने संबंधी जानकारी सीएमएचओ कार्यालय में प्रस्तुत करें अन्यथा नर्सिंग होम एक्ट के तहत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
0 कलेक्शन सेंटर की आई बाढ़
जिले में अवैध पैथोलॉजी लैब की बाढ़ सी आ गई है। कलेक्शन सेंटर की आड़ में विभिन्न जांच के लिए धड़ल्ले से पैथोलॉजी लैब का संचालन हो रहा है, जबकि नियमत: बमुश्किल दो से ढाई दर्जन पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर ही पंजीकृत है। लेकिन अवैध लैब, कलेक्शन सेंटर बिना प्रशिक्षित टेक्नीशियन के ही संचालित हो रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इसकी जांच-पड़ताल के प्रति उदासीन रवैय्या विभाग द्वारा अपनाया जा रहा है।

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