हैवी ब्लास्टिंग से अमगांव दर्राखांचा में दो मकान हुए धराशाई, बाल-बाल बचा परिवार
-विनोद उपाध्याय
कोरबा (हरदीबाजार)। एसईसीएल के दीपका कोयला खदान में प्रबंधन की घोर लापरवाही से अमगांव दर्राखांचा में दो ग्रामीण का मकान गिर कर धराशाई हो गया। प्रबंधन की दबाव और जबरदस्ती की नीति से बारिश के मौसम में भी मलगांव व अमगांव दर्राखांचा के घनी आबादी के 10 मीटर से भी कम दूरी बिना किसी सुरक्षा मापदंडों के खदान में हैवी ब्लास्टिंग व उत्खनन कर निवासरत लोगों में दहशत पैदा कर अपनी जबरदस्ती नीति अपनाकर लोगों के जान लेने में आमादा है। इसका जीता जागता सबूत शनिवार दोपहर को अमगांव दर्राखांचा के करीब खदान में हुई हैवी ब्लास्टिंग है।
ब्लास्टिंग का कंपन इतना तीव्र था कि अमगांव के उप सरपंच लखैतिन बाई निर्मलकर व समारु रोहिदास का ईंट से बना कच्चा मकान गिर कर धराशाई हो गया। इस घटना में जहां एक ओर उप सरपंच लखैतिन बाई के ससुर रामेश्वर सिंह (90) खाना खाकर कुर्सी में बैठा हुआ था कि अचानक छत का शीट टूटने की आवाज सुनकर कमरा से बाहर निकला, फिर मकान एकाएक पूरी तरह गिर कर धराशाई हो गया। यदि रामेश्वर सिंह की कुर्सी में बैठे-बैठे आंख लग जाती तो एक बड़ी घटना घट सकती थी। वहीं दूसरी घटना में समारु रोहिदास (35) परिवार सहित निवास करता है। उसका भी ईंट से बना हुआ कच्चा मकान हैवी ब्लास्टिंग से धराशाई हो गया। समारु दोपहर को खाना खाकर अपने पांच साल के बच्चे के साथ खाट पर लेटा हुआ था कि छत और दीवाल के गिरने की आवाज सुन बाहर निकल ही रहा था कि मकान धराशाई हो गया। घटना में समारु व उसके बच्चे को हल्की चोट आई। उनका तत्काल प्राथमिक उपचार करवाया गया। यहां भी समारु अपने बच्चे को लेकर नहीं भागता तो एक बड़ी घटना घट सकती थी।
इस संबंध में अमगांव सरपंच ब्रिज कुंवर कंवर ने घटना को सीधे तौर पर दीपका प्रबंधन की घोर लापरवाही बताया। उन्होंने कहा कि जब पता है कि आबादी से महज 10 मीटर की दूरी पर खदान संचालित है और बारिश का मौसम है तो खदान में हैवी ब्लास्टिंग करना ही नहीं चाहिए। यह सुखद रहा कि घटना में कोई आहत नहीं हुआ। कुछ दिन पहले ही पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर के साथ गेवरा सीजीएम ऑफिस जाकर मकान नापी की पावती देने, उचित मुआवजा देने व पुराने समस्याओं का जल्द निराकरण करने व आबादी के करीब होने के कारण हैवी ब्लास्टिंग न करने की बात कही है। इस पर गेवरा सीजीएम एसके मोहंती ने एक सप्ताह के भीतर पावती देने और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।